नीमच। मध्य प्रदेश के एक तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार अधिकारियों को हिदायत दे रहे हैं. इसके बाद भी अधिकारी मुख्यमंत्री की नहीं सुन रहे है. नीमच में भाजपा किसान मंडल उपाध्यक्ष से जुड़े किसान मोर्चा के उपाध्यक्ष ने गिदावर जाबिर हुसैन और पटवारी द्वारा अपने ही भाईयो के जमीन विवाद मे प्रताड़ना से परेशान होकर जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली. (Neemuch suicide Case) सुसाइड नोट में मृतक बैरागी ने आत्महत्या का कारण बताते हुए क्षेत्र के प्रशासनिक अधिकारी, गिरदावर व पटवारी सहित अन्य पर परेशान करने का आरोप लगाया है.
सुसाइड नोट में नौकरशाह को बताया जवाबदार: सुसाइड नोट में मृतक बैरागी ने आत्महत्या का कारण बताते हुए क्षेत्र के प्रशासनिक अधिकारी, गिरदावर व पटवारी सहित अन्य पर परेशान करने का आरोप लगाया है. पुलिस सुसाइड नोट के आधार पर आगामी जांच कर रही है. बलवंतदास बैरागी के पास 15 बीघा जमीन है. जमीन को लेकर परिवार में आपसी विवाद है. इसी जमीन को हथियाने के लिए परिवार के लोग लगातार बलवंत पर दबाव बना रहे थे.
पटवारी निलंबित: प्रशासनिक अधिकारी, गिरदावर जाबिर खां, पटवारी नवीन तिवारी सहित अन्य भी बलवंत को लगातार परेशान कर रहे थे. बलवंत के पिता की वर्ष 2005 में मृत्यु हो चुकी है. वर्तमान में वे पत्नी सहित दो लड़कियां व एक लड़के को पीछे छोड़ गए हैं. जमीन का विवाद न्यायालय में विचाराधीन होने की बात भी सामने आई है. कलेक्टर ने गिरदावर व पटवारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.
पटवारी पर पूर्व में भी लगा था हत्या का आरोप: जिस पटवारी पर आज एक बार फिर प्रताड़ना का आरोप लगा है. उस पटवारी के खिलाफ 2017 में पटवारी नवीन तिवारी ने छात्र संघ चुनाव के दौरान पिस्टल निकालकर गोली चलने से एक स्कूली छात्र की जान चली गई जिसका प्रकरण अभी विचारधीन है. प्रशासन के द्वारा इसे एक बार फिर जीरन क्षेत्र में पटवारी का पदभार सौपने के बाद क्षेत्र के किसानो को परेशान करने की लगातार शिकायत मिलने के बाद भी जिला प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया. जिसके चलते आज क्षेत्र में एक किसान नेता ने आत्महत्या कर ली.
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घटना के बाद पहुंची पुलिस: घटना के बाद क्षेत्र की थाना पुलिस के एक भी जवान घटनास्थल पर समय पर नहीं पहुंचे वहीं प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर जब विरोध शुरू होने लगा तो जनप्रतिनिधियों की सूचना पर जिला अस्पताल पहुंचे और पीड़ित परिवार को आश्वासन देने में लगे. धीरे धीरे विरोध बढ़ा तो मौके पर एसडीएम व केंट थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे और मामले को शांत करने का प्रयास किया.