नीमच। मध्य प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था को लेकर शासन-प्रशासन के दावों की हकीकत विपरीत है. स्कूल में व्यवस्था के लिए करोड़ों रुपए का बजट स्वीकृत किया जाताहै. इसके बाद भी जिले में कई ऐसे स्कूल हैं जो ना सिर्फ जर्जर हैं, बल्कि उनमें पेयजल जैसी जरूरी सुविधाओं का अभाव है. ऐसा ही एक मामला नीमच के मानसा स्थित मोखमपुरा से आया है. (Neemuch Education System) यहां प्राथमिक विद्यालय की बिल्डिंग जर्जर हालत में होने कारण कभी भी हादसा हो सकता है. (Neemuch Primary School Building Dilapidated) इस हादसे के डर से बच्चों को पंचायत भवन में शिक्षक पढ़ा रहे हैं.
नवीन स्कूल भवन बनवाने की मांग: स्कूल के शिक्षक राजाराम टिपन ने जानकारी देते हुए बताया कि, स्कूल की छत पूरी तरह जर्जर हो चुकी है. दीवाल पूरी तरह जमीन में धसती जा रही है. नींव कमजोर होने के कारण बच्चों को पंचायत भवन में पढ़ाना पड़ रहा है. बिल्डिंग गिरने की हालात में है. यहां बड़ा हादसा होने की आशंका हमेशा बनी रहती है. जिले में कई स्कूल जर्जर होने से नौनिहालों का भविष्य खतरे में है. ये जर्जर भवन बरसात में बच्चो के लिए मुसीबत बनें हुए है. स्कूल की छत से पानी टपकता है. ग्रामीण जनो सहित स्कूल स्टाप ने जल्द ही मामला संज्ञान में लेकर नवीन स्कूल भवन बनवाने की मांग की है.