नीमच। जिले के जावद थाना क्षेत्र के सरोदा के पास में सकतपुरिया गांव के निवासी जब्बर सिंह ने सुसाइड कर लिया था. पुलिस के बयान में उसने बताया था कि किस प्रकार से जावद के मनीष चोपड़ा और हिम्मतमल बडोला से रुपए उधार लिए थे. पैसा देने के बाद भी और डराया धमकाया जा रहा था. इससे वह परेशान था. उपचार के दौरान व्यक्ति की मौत हो गई. इसके बाद जावद पुलिस ने बयान के आधार पर मनीष चोपड़ा और हिम्मत जैन को आरोपी बनाया था. इसके बाद से आरोपी फरार हो गए.
पुलिस के आश्वासन पर शांत हुए : फरार आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर करणी सेना परिवार के बैनर तले परिजनों ने जावद थाने का घेराव किया. थाने के बाहर मुख्य मार्ग पर चक्का जाम किया. जावद थाना प्रभारी नरेंद्र सिंह ठाकुर ने पीड़ित पक्ष सहित करणी सेना के पदाधिकारी से बातचीत की और आरोपियों को 24 घंटे में गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया. पुलिस के आश्वासन के बाद करणी सेना के पदाधिकारी ने धरना खत्म किया और कहा कि अगर 24 घंटे में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती है तो करनी सेना परिवार उग्र प्रदर्शन करेगी.
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6 लाख के बदले 24 लाख की मांग : परिजनों का आरोप है कि 3-3 लाख रुपए उधार देने के बाद दोनों व्यक्तियों ने 10 प्रतिशत ब्याज लगाया. फिर 6 लाख के बदले 24 लाख रुपए वसूल करने की कोशिश की. आरोप है कि इसके लिए सूदखोरों ने जमकर प्रताड़ना दी. इससे परेशान होकर जब्बर ने मौत को गले लगा लिया. बता दें कि मालवा अंचल में सूदखोरों की गुंडागर्दी लगातार बढ़ती जा रही है. ये कोई पहला मामला नहीं है. लेकिन सूदखोरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं होने से इनके हौसले बुलंद हैं.