नीमच। मनासा शासकीय अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. जहां एक एंबुलेंस में तीन मरीजों को ठूस कर नीमच रेफर किया गया. इतना ही नहीं एक मरीज को बैठाकर उसके ही हाथ में ग्लूकोज की बोतल भी थमा दी और दो मरीजों को पीछे लिटा दिया जो बेहोशी की हालात में रहे.
दरअसल, गंभीर अवस्था में घायल तीन मरीज मनासा शासकीय अस्पताल में लाये गए थे लेकिन यहां डॉक्टरों ने गंभीर हालत होने की बात कह कर इन्हें नीमच रेफर कर दिया. जब इन घायल मरीजों के लिए एंबुलेंस लाई गई तो छोटी वाली एंबुलेंस अस्पताल की तरफ से भेजी ग, जिसमें केवल एक मरीज को ले जाने की व्यवस्था होती है.
वहीं परिजनों के मुताबिक जब इस मामले पर उन्होंने अस्पताल प्रबंधन से बात की तो उन्होंने बड़ी एंबुलेंस के लिए मना करते हुए कह दिया कि अगर ये नहीं चाहिए तो आप खुद अपना इंतजाम कर लीजिए. परिजनों ने मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ करने का अस्पताल प्रबंधन पर आरोप लगाया है. वहीं जब इस मामले पर जिम्मेदार अधिकारी से बात करनी चाही तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया.
हैरानी की बात ये है कि ये तीस किलोमीटर तक इसी हालत में मरीज नीमच अस्पताल लाये गये. इस स्थिति में अगर किसी की जान चली जाती तो इसका जिम्मेदार कौन होता.