नीमच। जिले के जावद नगर के पास खोर गांव निवासी 12 वर्षीय हिमांशु सेन ने थैलेसीमिया से जंग जीत ली है. अब वह पूरी तरह से स्वस्थ होकर अपने घर आ चुका है. हिमांशु सेन पिछले 4 सालों से थैलेसीमिया बीमारी से पीड़ित था. जिसका 6 महीने से सिम्स हॉस्पिटल अहमदाबाद में इलाज चल रहा था. अब वो पूरी तरह से स्वस्थ होकर शुक्रवार को अपने घर वापस आ चुका है.
रक्तदान क्लब के सदस्यों ने की मदद
रक्तदाता क्लब नीमच ने समय-समय पर रक्तदान कर हिमांशु को चढ़ाया जा रहा था. हिमांशु के माता-पिता ने अपनी क्षमता के अनुसार उसका इलाज करवाया. लेकिन रुपयों की कमी के कारण इलाज करवाने में असहाय हो गए. तब भारत विकास परिषद जावद के सदस्यों ने रक्तदाता क्लब नीमच के साथ मिलकर जावद शहर में झोली फैलाकर इस बालक के लिए 1 घंटे में लगभग 1 लाख रुपए इकट्ठे कर उसके माता-पिता को दिए. जिसके बाद से विगत 6 माह से सिम्स हॉस्पिटल अहमदाबाद में एडमिट रहकर बीएमटी के लंबे उपचार के बाद हिमांशु का बोनमेरो ट्रांसप्लांट हुआ. जिसके बाद अब वो पूरी तरह स्वस्थ होकर 8 मई शुक्रवार को अपने गांव खोर वापस आ गया है.
भारत विकास परिषद के सदस्यों ने कहा कि हिमांशु के पूरे इलाज में रेडक्रॉस सोसायटी नीमच के सत्येन्द्र राठौर का सराहनीय सहयोग रहा है. जावद के अजीत कांठेड़, विजय मुछाल, सतीश नागला, दिनेश जोशी, दिलीप बांगड़, महावीर चोपड़ा, भारत विकास परिषद के प्रांतीय महासचिव प्रदीप चोपड़ा, जावद शाखा अध्यक्ष कैलाशचंद्र सोनी ने हिमांशु के प्रति शुभकामनाएं व्यक्त कर उज्जवल भविष्य की कामना की है.