नीमच। कोरोना से निपटने के लिए देश एकजुटता के साथ खड़ा है. कोविड-19 से निपटने के लिए सभी अपना-अपना योगदान देने में जुटे हैं, नीमच के दो युवाओं ने कुछ ऐसा ही कमाल कर दिखाया. ई-टेक रोबोट कंपनी के सीईओ यश जैन और एमडी हर्ष जैन ने मिलकर महज 7000 रुपये की लागत से एक वेंटिलेटर तैयार किया है, जो कोरोना से लड़ने में एक बड़ा हथियार साबित हो सकता है.
दोनों युवाओं ने सस्ता वेंटिलेटर बनाने की ये योजना जिला पंचायत सीईओ भव्या मित्तल के सामने रखा और इजाजत मिलते ही काम शुरु किया. क्योंकि कोविड-19 के चलते वेंटिलेटर की जरुरत भारत में ही नहीं, पूरी दुनिया में महसूस की जा रही है, यही वजह है कि दोनों युवाओं ने सबसे सस्ता वेंटिलेटर बनाने की योजना बनाई.
दोनों युवा पहले भी फेस शील्ड का निर्माण कर सुर्खियो में आए थे. जिला पंचायत सीईओ भव्या मित्तल से प्रेरित होकर उनके मार्गदर्शन के अनुसार कम लागत में वेंटिलेटर का निर्माण किया है। जो मात्र 7000 की लागत में तैयार हुआ है. कंपनी के सीईओ यश जैन ने बताया कि हमारा उद्देश्य कोरोना के संक्रमण के समय पीड़ित मानवता की सेवा करना है. इस संकट के समय अगर हम समाज को अपना कुछ योगदान दे सकें तो हमें बहुत खुशी होगी. हम कोशिश कर रहे हैं कि इसे और बेहतर बनाने की। यह हमारा पहला प्रयास है. टेस्टिंग के बाद जो भी और जरूरत है उसे जल्द ही पूरा कर दिया जाएगा.
कंपनी के सीईओ यश जैन ने कहा कि कोरोना के संक्रमण के चलते जिस हिसाब से वेंटिलेटर की मांग बढ़ी है, हमारा उद्देश्य उसी मांग को पूरा करना था. जिसके चलते हमने यह वेंटिंलेटर बनाया. दोनों युवाओं द्वारा बनाए गए इस वेंटिलेटर की नीमच जिला अस्पताल में टेस्टिंग भी कराई गई. डॉक्टर ने बताया कि टेस्टिंग के बाद छोटी-मोटी कमी थी. लेकिन यह वेंटिंलेटर हर मांपदंड पर खरा उतरा है, जिसका इस्तेमाल अस्पतालों में किया जा सकता है.
डॉक्टर की माने तो इन युवाओं का वेंटिलेटर अगर जल्द ही वेरिफाइड कर लिया जाएगा, क्योंकि ये प्रयोग सफल नजर आ रहा है. जिस पर काम शुरु हो चुका है. सबसे सस्ता वेंटिलेटर बनाने वाले हर्ष और यश को उम्मीद है उनका ये कारनामा कोरोना से लड़ने में फायदेमंद साबित होगा, जो इस मुश्किल वक्त में स्वास्थ्य विभाग को उनकी तरफ से दी जाने वाली बड़ी उपलब्धि होगी.