नीमच। मनासा की कृषि उपज मंडी में अव्यवस्थाओं का अंबार लगा हुआ है, फसल बेचने के लिए मंडी में आने वाले किसान परेशान हैं, आवारा मवेशी फसल को खा रहे हैं वहीं खुले में रखी फसल गीली हो रही है.इन सब समस्याओं के बाद भी मंडी शासन-प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है.
मंडी में इतनी समस्याओं के कारण किसानों का आना धीरे-धीरे कम होने लगा है, किसानों की रूचि भी अब मनासा मंडी के प्रति कम रहती है. वह अब मन्दसौर और नीमच की मंडी में जाना बेहतर समझते हैं .
किसानों का कहना है कि मनासा मंडी में उपज का गीला होना तथा पशुओं का आना एक बड़ी समस्या है, अगर वह अपनी उपज के ढेर के पास से जरा सा भी इधर- उधर होते हैं तो आवारा गाये घुस जाती है, उनकी आंखों के सामने उनकी उपज बर्वाद हो रही है, मंडी कर्मचारी देखते रहते हैं लेकिन इस पर रोक लगाने की जहमत नहीं उठाते हैं .
चौकीदार तैनात होने के बाद भी आवारा पशु आ जाते हैं, और मंडी में घूमते रहते हैं, वही मंडी में टीन शेड में व्यापारियों का माल पड़ा होने के कारण किसानों को खुले में अपनी उपज को बिक्री हेतु रखना पड़ता है.
इस संदर्भ में भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष ने मंडी प्रशासन को सूचना भी की थी, पर अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई जिसके चलते भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले 3 सितंबर को कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन सौपेंगे.