नीमच। मध्यप्रदेश की सबसे बड़ी नीमच कृषि उपज मंडी में लहसुन के कम भाव मिलने से किसान नाराज हो गए. मंडी का गेट बंद कर उन्होने प्रदर्शन शुरू कर दिया. किसानों के प्रदर्शन के चलते लहसुन मंडी करीब एक घंटे तक बंद रही. बाद में प्रशासन ने किसानों और व्यापारियों से चर्चा की. इसके बाद मंडी को शुरु करवाया गया.
- तीन दिन अवकाश के बाद खुली थी मंडी
तीन दिन के अवकाश के नीमच मंडी खुली थी. इससे मंडी में करीब 31 हजार 654 बोरी की आवक हुई. जिसमें सबसे अधिक लहसुन 10 हजार 500, सोयाबीन 5 हजार 225, गेहूं 9 हजार 88 बोरी की आवक रही. इसके अलावा अन्य उपज की आवक भी तेज रही. इससे मंडी के अंदर भी वाहनों की कतारें लग गई. आवक अधिक होने से लहसुन किसानों को उपज के भाव कम मिले.
- व्यापारियों में भाव को लेकर विवाद हो गया
किसानों और व्यापारियों के बीच भाव को लेकर विवाद हो गया. आवक अधिक होने से लहसुन किसानों को उपज के भाव कम मिले. इससे किसानों और व्यापारियों में विवाद हो गया. विवाद बढ़ता देख मंडी प्रशासन ने नीलामी बंद कर दी. इसके बाद मंडी प्रशासन ने किसानों व व्यापारियों को समझाया और दुबारा नीलामी शुरू कराई. इससे लहसुन की नीलामी देर शाम तक चलती रही.
मंडी कर्मचारी व्यापारियों के इशारों पर लगा रहे कम बोली, आक्रोशित किसानों ने किया हंगामा
गौरतलब है कि शहर की कृषि उपज मंडी प्रदेश की बड़ी मंडियों में शुमार है. यहां प्रतिदिन 25-30 हजार बोरी की आवक होती है. मंडी में 60 से अधिक जिंसों का कारोबार किया जाता है. शहर की मंडी को लहसुन की बड़ी मंडियों में गिना जाता है. जिससे दूर-दूर से किसान अपनी लहसुन की उपज बेचने आते हैं.