नीमच। जिले में अचानक से बारिश होने से मनासा कृषि उपज मंडी में रखी किसानों की उपज भीग गई. जिससे किसानों का काफी नुकसान हुआ है. मंडी में व्यापारियों का माल टीनसेट में रखा रहता है, जबकि किसान खुले में अपनी फसल रखने को मजबूर हैं. जिसकी कई बार शिकायत भी की जा चुकी है. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जाती. जिसको लेकर किसानों में आक्रोश है.
बारिश में भीगी फसल को लेकर किसानों का कहना है उनका काफी नुकसान हुआ. जिसका उन्हें मुआवजा मिलना चाहिए. इस बारिश से व्यापारियों को तो कोई फर्क नहीं पड़ा, क्योंकि उनकी फसल तो टीनसेट के नीचे रखी होती है. हमेशा नुकसान किसानों को ही उठाना पड़ता है. बारिश में फसल भीगने के बाद किसान यूनियन अध्यक्ष अर्जुन सिंह बोराणा ने मंडी का दौरा किया. किसानों ने उन्हें बताया कि भीगी फसल की बोली में व्यापारी भाव में कमी कर प्रति क्विंटल 500 से 700 रूपए कम कर देते हैं.
वहीं मंडी में अव्यवस्थाओं को लेकर कांग्रेस नेता दिनेश राठौर का कहना है कि मंडी में कई सालों से व्यापारियों की मनमानी चल रही है. जिससे किसान परेशान हैं. वही मंडी में कैंटीन की व्यवस्था भी ना होने की वजह से रात तक रुकने वाले किसानों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. जिसको लेकर किसानों में काफी नाराजगी देखी गई है.