नीमच। मनासा में एक माह के भीतर जन सहयोग से ऑक्सीजन प्लॉट (oxygen plant) बनकर तैयार हो चुका है, लेकिन नीमच शहर में इसी अवधि में सरकारी खर्च से बनने वाला ऑक्सीजन प्लॉट अब तक तैयार नहीं हुआ हैं. जिले के निवासियों के मुताबिक, शहर के जनप्रतिनिधियों की विफलता के मद्देनजर नीमच में अब तक मेडिकल कॉलेज भी नहीं बन सका हैं. न ही यहां के अस्पताल को सीटी स्कैन मशीन मिली.
- shivraj singh chauhan ने किया वर्चुअल लोकार्पण
नीमच जिला मुख्यालय से पहले मनासा में जन सहयोग से बने ऑक्सीजन प्लांट को आज से शुरू किया गया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chauhan) ने इसका वर्चुअल लोकार्पण कर दिया है. हालांकि नीमच से लगे जिलों में जनप्रतिनिधियों की लगातार मेहनत से कोरोना काल के समय में ही ऑक्सीजन प्लॉट व सीटी स्कैन मशीनें अपने क्षेत्र में दिलाई गई थी, लेकिन नीमच के जनप्रतिनिधि अपने जिले की स्वास्थ्य सुविधाओं को सुधारने में कामयाब नहीं हुए हैं.
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- 33 लाख राशि से बना प्लॉट
मनासा में ऑक्सीजन प्लॉट के अलावा करीब 35 बेड का कोविड सेंटर बना हुआ है. यहां ऑक्सीजन की सबसे ज्यादा आवश्यकता है, ऐसे में विधायक मारू ने विधायक निधि और जनसहयोग से ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने की योजना बनाई. विधायक मारू ने नगर के विभिन्न सामाजिक, राजनीतिक, व्यापारिक संगठन और गणमान्य नागरिकों के साथ बैठक की और कोविड सेंटर पर जनसहयोग और विधायक निधि से ऑक्सीजन प्लांट बनाने की बात कही थी. इसमें सबसे पहले विधायक मारू ने 25 लाख की विधायक निधि जारी की थी और सांसद सुधीर गुप्ता ने भी ऑक्सीजन प्लांट स्थापना के लिए 10 लाख की राशि जारी कर दी. जिसके बाद जनसहयोग और विधायक-सांसद निधि से करीब 33 लाख 833 रुपए की राशि प्राप्त हो गई थी और इस राशि से ऑक्सीजन प्लॉट बनकर तैयार है. यह प्लॉट अपने प्रथम ट्राइल में भी पास हो चुका था, जिसके बाद आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसका वर्चुअल लोकार्पण कर दिया है.