नीमच। कोरोना महामारी के चलते प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू लगा हुआ है. इस बीच लोग कोई भी अपना पर्व-त्योहार घर में ही रह कर मना रहे हैं. प्रदेश में पिछले एक महीने से मुस्लिम समुदाय में रमजान का पाक महीना चल रहा है. इस दौरान वे रोजा रखते हैं और समयानुसार पांच वक्त का नमाज, सेहरी और इफ्तार करते हैं. अब रमजान का यह पवित्र माह अपनी समापन की ओर है. शुक्रवार 14 अप्रैल को पूरे देशभर में ईद का पर्व मनाया जाएगा. कोरोना के कारण इस बार भी यह पर्व पिछले साल की भांति घर में ही अपनों के बीच रह कर मनाने की बात कही गई है. प्रदेश सरकार और मुस्लिम धर्मगुरूओं का लोगों से अपील है कि कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए अपने घर में ही ईद का पर्व मनाया जाये.
इस बार भी अपनों के बीच घर में मनेगी ईद
बता दें कि रमजान माह के 29वें रोजे पर बुधवार को चांद नहीं दिखाई दिया. अब ईद-उल-फितर(Eid-ul-Fitr) का पर्व शुक्रवार 14 मई को मनाया जाएगा. कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार भी मस्जिदों की जगह घर में ही अपनों के साथ ईद की नमाज अदा की जाएगी. कोरोना संक्रमण के कारण सभी धर्मों के तीज-तेवार घरों की देहलीज के अंदर ही सीमित रह गए हैं. लोग, दोस्त व रिश्तेदारों के साथ खुशियां नहीं मना पा रहे हैं. एक माह के रोजे पूरे होने के साथ ईद की खुशियां मनाई जाती है. इस बार संक्रमण की दूसरी लहर के कारण 16 अप्रैल से ही लॉकडाउन व कोरोना कर्फ्यू चल रहा है. बाजार बंद होने से लोग ईद की खरीदी नहीं कर सके. हालांकि मुस्लिम धर्मगुरू ने जानकारी दी कि जिले में कुछ दुकानों को गुरूवार और रविवार को खोलने की इजाजत है. लोगों को उम्मीद थी कि ईद के पहले कुछ रियायत मिलेगी, लेकिन प्रशासन ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सिर्फ होम डिलीवरी की ही अनुमति दिया है.
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धर्मगुरू का मुस्लिम समाज से अपील
मुस्लिम धर्मगुरूओं ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि प्रतिवर्ष बड़े ही धूमधाम और उत्साह के साथ ईद का पर्व मनाया जाता था, लेकिन पिछले वर्ष कोरोना के कारण हमलोग पर्व को धूमधाम से नहीं मना पाए थे. इस वर्ष भी कोरोना महामारी के कारण ईद का यह पर्व धूमधाम से नहीं मना पाएंगे. इस बार गले मिल कर भी एक दूसरे को बधाई नहीं दी जाएगी. धर्मगुरु ने जागरूकता संदेश देते हुए कहा कि कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए चंद लोग ही मस्जिद में ईद की नमाज अदा कर पाएंगे, बाकि सभी लोगों से गुजारिश है कि वे अपने घर में ही रह कर ईद की नमाज अदा करें और ईद मनाएं.