नीमच। नीमच के जिला अस्पताल के डिलीवरी वार्ड में भर्ती प्रसूता को इक्लेम्प्सिया की कंडीशन में उदयपुर रेफर कर दिया गया था. जहां एम्बुलेंस से उदयपुर ले जाते समय महिला को अधिक प्रसव पीड़ा होने के चलते एम्बुलेंस स्टाफ ने गाड़ी में ही डिलीवरी कराने का फैसला किया. एम्बुलेंस स्टाफ की समझदारी के चलते महिला ने बालक को जन्म दिया है. जच्चा और बच्चा दोनों ही स्वस्थ है.
दरअसल जिले के ग्राम अल्हेड निवासी महिला को डॉक्टर ने जिला अस्पताल यह कहकर उदयपुर रेफर कर दिया था कि 7 महीने की डिलीवरी है और मरीज इक्लेम्प्सिया कंडीशन में है. ऐसे में मरीज का ऑपरेशन करना होगा और उसके लिए उदयपुर जाना पड़ेगा. जिसके बाद 108 एम्बुलेंस से महिला को उदयपुर ले जाया जा रहा था. लेकिन रास्ते में महिला अधिक प्रसव पीड़ा शुरू गई, जिसके चलते एम्बुलेंस में पदस्थ स्टाफ ईएमटी सतानंद शर्मा और पायलट जितेंद्र परिहार ने गंभीर स्थति देख गाड़ी में ही डिलीवरी करवाने का निर्णय लिया.
वहीं सातवां महीना होने के चलते बच्चे का ब्रीच प्रेजेंटेशन था, इस स्थति में सर्वप्रथम सिर बाहर न आते हुए पैर पहले आते हैं और बच्चे के मुह में गंदा पानी जाने का खतरा रहता है. ऐसी स्थति में स्टाफ ने समझदारी से न सिर्फ सफल डिलीवरी करवाई बल्कि बच्चे की नाक और मुंह को क्लीन करके ऑक्सीजन लगाकर मेडिकल कॉलेज उदयपुर में भर्ती करवाया. मरीज के परिजनों ने एम्बुलेंस स्टाफ और जिला प्रभारी मेहुल पंड्या को धन्यवाद दिया है.