नीमच। कुकड़ेश्वर स्थित अति प्राचीन महादेव मंदिर में सहस्त्रमुख शिवलिंग विराजित है. यहां स्थापित शिवलिंग में एक हजार शिवलिंग मुख उकेरे हुए हैं. ये मंदिर दूर-दूर तक प्रसिद्ध है. श्रद्धालुओं की इसमें अगाध आस्था है. इस मंदिर की देखरेख ग्वालियर स्टेट के ट्रस्ट के अंर्तगत होती है. सावन के अंतिम सोमवार को यहां भव्य शाही सवारी निकलती है.
यहां प्राचीन कुंड भी बना हुआ है. शिवलिंग के सहस्त्रमुख होने से सावन महीने में विशेष महत्व रहता है. भगवान सहस्त्रमुखेश्वर महादेव पर जल चढ़ाने और पूजा करने से सहस्त्र शिवलिंग की पूजन का पुण्य मिलता है. भक्तों का मानना है कि आज भी एक सर्प आकर भक्तों को दर्शन देता है.