नीमच। खजूरी में बीती रात अपने घर पर सो रहे 12 साल के कुलदीप को सांप ने काट लिया. जिसके बाद परिजन उसे मनासा के शासकीय अस्पताल ले गए, फिर वहां से बच्चे को नीमच रेफर कर दिया गया. नीमच ले जाने के दौरान रास्ते में ही बच्चे की मौत हो गई.
मनासा अस्पताल का ये कोई पहला मामला नहीं है, जब इलाज के अभाव में किसी की मौत हुई हो. रोजाना दवाइयों और इलाज के अभाव में मरीजों को नीमच रेफर किया जाता है, जबकि कभी मनासा अस्पताल में ही लोग दम तोड़ देते हैं. पिछले छह महीने से मनासा अस्पताल में न तो एंटी रैबिज इंजेक्शन है और न ही सांप के. जब अस्पताल में ये इंजेक्शन आए तो फ्रिज खराब हो गया.
इन घटनाओं में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही देखने को मिलती है, लापरवाही की घटनाओं को लेकर मनासा बीएमओ निरुपा झा से बात करने की कोशिश की जाती है तो वो किसी का भी कॉल उठाना जरूरी नहीं समझती और न जवाब देती हैं.
इस मामले के बाद से परिजनों और ग्रामीणों में काफी गुस्सा है. परिजनों का कहना है कि समय रहते बच्चे को अस्पताल ले आए थे, लेकिन अस्पताल में सही समय में इलाज नहीं मिलने के चलते बालक की मौत हुई है.