नरसिंहपुर। जिले के कठई गांव में अभी भी विकास कोसों दूर नजर आता है, देश को आजाद हुए 70 साल हो चुके हैं, लेकिन इस गांव के लोग अभी भी स्मार्ट गांव को छोड़िए मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे हैं. कठई गांव में ग्रामीण आज भी पक्की सड़क, पीने के स्वच्छ पानी को उम्मीद भरी निगाहों से देख रहे हैं, लेकिन सिस्टम है कि उसको कोई फर्क नहीं पड़ता है, वो तो महज ऑफिसों में बैठकर गांवों को और देश को स्मार्ट बनाने की योजनाएं बनाते रहते हैं.
थक हारकर ग्रामीणों ने कलेक्टर ऑफिस में भी गुहार लगाई और तमाम मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन सौंपने के बाद ग्रामीण जिला पंचायत कार्यालय पहुंचे और वहां पर अपनी मांगों को लेकर जिला पंचायत कार्यालय के आंगन में धरने पर बैठ गए. महिलाओं के द्वारा गाना गाकर अपना विरोध दर्ज करवाया गया.
ग्रामीणों ने बताया कि लंबे समय से सरपंच,सचिव से अपने गांव में सड़क-पानी और मकान की मांग कर रहे हैं लेकिन उनको निराशा ही हाथ लगी है. ग्रामीणों का कहना है कि गांव में कच्ची सड़क होने के कारण बारिश के समय में यदि कोई व्यक्ति गांव में बीमार पड़ जाता है, तो उसे आस-पास के गांव में जहां स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हैं वहां तक पहुंचने में भी कठिनाई होती है. ऐसे समय में व्यक्ति घर पर ही पड़ा रहता है जिससे उसे इलाज भी समय पर नहीं मिल पाता है.
बच्चे स्कूल नहीं जा पाते हैं और तो और इस गांव में आज भी बड़ी तादाद में कच्चे मकान हैं. जबकि प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से सभी गांवों में पक्के मकानों को बनाया जा रहा है. सरपंच सचिव से गुहार लगाते-लगाते ग्रामीण जब थक गए तो उन्होंने आज नरसिंहपुर कलेक्ट्रेट कार्यालय में अपनी मांगों को लेकर विरोध दर्ज कराया. जिसमें बड़ी संख्या में महिला, बूढ़े और बच्चे शामिल रहे.