नरसिंहपुर। जिले के चीचली थाना अंतर्गत एक गांव में सामूहिक दुष्कर्म के बाद रिपोर्ट नहीं लिखे जाने से आहात महिला ने खुदकुशी कर ली थी. मामला तूल पकड़ने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एडिशनल एसपी और एसडीओपी को हटाने के आदेश दिए थे. मामले में लापरवाही बरते जाने पर दो पुलिसकर्मियों समेत 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इस मामले को लेकर नरसिंहपुर के गोटेगांव में पदस्थ प्रशिक्षु डीएसपी आकाश अमलकर ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
प्रशिक्षु डीएसपी आकाश अमलकर का कहना है कि ऐसे मामलों को पुलिस प्राथमिकता से लेती है. आकाश अमलकर का कहना है महिला से दुष्कर्म हो या उसे संबंधित कोई भी मामला सामने आए तो सबसे पहले सीनियर अधिकारियों को इसकी जानकारी दें और मामले में प्रथामिकता से जांच करनी चाहिए. जिसके बाद उस मामले में जो भी कार्रवाई होनी चाहिए उसे जल्द से जल्द करनी चाहिए और FIR दर्ज भी होनी चाहिए.
आगे प्रशिक्षु डीएसपी आकाश अमलकर ने ईटीवी से बात करते हुए बताया कि पारिवारिक विवाद हो या आपसी विवाद अगर महिला संबंधी विवाद आता है तो उस पर संज्ञान लेकर तुरंत ही कार्रवाई की जाती है और आला अधिकारियों को सूचित किया जाता है.
ऐसे मामलों में हमारे पुलिस कप्तान हमेशा एक्टिव रहते हैं. नए-नए जागरूकता अभियान चलाकर महिला संबंधी अपराध हो या नाबालिग संबंधी अपराध, लोगों को जागरूक किया जाता है. अपराधों पर पुलिस कप्तान के निर्देशन के बाद कार्रवाई की जा रही है और जिसके कारण जिले में अपराधों में कमी आई है.
आकाश अमलकर का कहना है कि आगामी समय में एनजीओ के माध्यम से भी जागरूकता शिविर लगाए जाएंगे और लोगों को जागरूक किया जाएगा. अगर कहीं कोई अपराध होता है तो तत्काल आमजन पुलिस को आकर सूचित करें और सुनवाई नहीं होती है तो अधिकारियों को सूचित करें. आला अधिकारी 24 घंटे मुस्तैद रहते हैं और लोगों की समस्याएं सुनते हैं.