नरसिंहपुर। पिछले दो दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश गोटेगांव में बर्बादी का कारण बनती जा रही है और प्रशासनिक लापरवाही से खरीदी केंद्रों में रखा हजारों क्विंटल गेंहू बारिश की भेंट चढ़ रहा है लेकिन प्रशासन तमाशबीन बना हुआ है.
गोटेगांव तहसील के बगासपुर श्रीनगर में प्रशासन ने एमएसपी पर गेंहू खरीदी के लिए खरीदी केंद्र बनाए, लेकिन भंडारण के पर्याप्त इंतजाम न होने से किसानों से खरीदा हजारों क्विंटल गेंहू खुले में ही रखा हुआ है. वहीं सबसे ज्यादा परेशानी उन किसानों की है जो एक-एक सप्ताह से अपनी बारी आने का इंतज़ार कर रहे हैं पर न उनके पास अपने अनाज को बारिश से बचाने की जगह मिल रही है और न ही खरीदी केंद्रों में अनाज को बारिश के बानी से बचाने का कोई इंतजाम है.
प्रशासन है जिम्मेदार
खरीदी केंद्रों में गेहूं लेकर आये किसान बदइंतजामी को लेकर सीधे-सीधे प्रशासन को सवालों के कटघरे में खड़ा कर रहे हैं. किसानों का आरोप है कि पर्याप्त इंतजाम न होने से बर्बादी का खामियाजा प्रशासन के साथ-साथ किसानों को भी उठाना पड़ रहा है. जो गेहूं खरीदी केंद्र द्वारा खरीदा जा चुका है वह गीला होकर बर्बाद हो रहा है, साथ ही तीन-तीन दिन से खरीदी केंद्रों में पड़े किसानों का गेहूं भी बारिश की भेंट चढ़ने लगा है.
सरकार नहीं ले रही सबक
बीते साल भी इन्हीं खरीदी केंद्रों पर लाखों क्विंटल समर्थन मूल्य में खरीदा गया अनाज बारिश की भेंट चढ़ा था और उसके बाद अनाज वहीं पड़े-पड़े अंकुरित भी हो गया था. जिससे प्रदेश सरकार को करोड़ों का चूना लगा था. बावजूद इसके प्रशासन ने ना ही कोई सबक लिया और ना ही कोई इंतजामात किए. ऐसे हाल में एक बार फिर आसमानी आफत प्रशासन के साथ-साथ किसानों के लिए भी मुसीबत का सबब बनी हुई है.
वहीं एसडीएम जी. सी. डहेरिया ने कहा कि नुकसान के लिए खरीदी केंद्रों की प्रबंधन समितियां जिम्मेदार हैं. उन्होंने जांच टीम द्वारा नुकसान का आंकलन कर कार्रवाई करने की बात कही हैं.