ETV Bharat / state

मूलभूत सुविधाओं के लिए आज भी प्रशासन का मुंह ताक रहा ये गांव

author img

By

Published : Oct 13, 2019, 7:49 PM IST

जिला मुख्यालय से महज 5 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत कुम्हड़ी मूलभूत सुविधाओं के लिए प्रशासन का मुंह ताक रहा है. कुम्हड़ी पंचायत में मानो विकास कार्य सिर्फ सपना बनकर रह गया है.

मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहा यह गांव

नरसिंहपुर। जिला मुख्यालय से महज पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत कुम्हड़ी मूलभूत सुविधाओं के लिए प्रशासन का मुंह ताक रहा है. कुम्हड़ी पंचायत मानो विकास कार्य सिर्फ सपना बनकर रह गया है. इस गांव में पक्की सड़क नहीं होने से गांव में एम्बुलेंस नहीं पहुंच पाती है. बीते दिनों गांव की ही एक महिला को प्रसव पीड़ा के दौरान 3 किलोमीटर तक चारपाई के सहारे मुख्य मार्ग तक ले जाया गया था. ग्रामीणों का आरोप है कि विकाय कार्यों के नाम पर सरकार के पैसों का दुरुपयोग किया जा रहा है.

मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहा यह गांव

वहीं गांव से गुजरने वाली सड़कों में कई फीट गहरा गड्ढा बन गया है, जो मौत को दावत दे रहा है. गांव में न के बराबर पशुओं के लिए पशु प्रजनन केंद्र तो है, लेकिन कोई पशु वहां तक नहीं पहुंच सकता क्योंकि पशु प्रजनन केंद्र के नाम पर गड्ढा खोदकर छोड़ दिया गया है.

गांव में श्मशान घाट नहीं होने से ग्रामीण शव दाह नहीं कर पा रहे क्योंकि यहां सिर्फ टीनशेड बना हुआ है. लेकिन फर्श नहीं बनी है, यहां शवदाह नहीं किया जाता है. ग्रामीणों का कहना है कि सरपंच और सरपंच सचिव मिलकर शासन के पैसों का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि कई बार शिकायत करने के बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.

नरसिंहपुर। जिला मुख्यालय से महज पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत कुम्हड़ी मूलभूत सुविधाओं के लिए प्रशासन का मुंह ताक रहा है. कुम्हड़ी पंचायत मानो विकास कार्य सिर्फ सपना बनकर रह गया है. इस गांव में पक्की सड़क नहीं होने से गांव में एम्बुलेंस नहीं पहुंच पाती है. बीते दिनों गांव की ही एक महिला को प्रसव पीड़ा के दौरान 3 किलोमीटर तक चारपाई के सहारे मुख्य मार्ग तक ले जाया गया था. ग्रामीणों का आरोप है कि विकाय कार्यों के नाम पर सरकार के पैसों का दुरुपयोग किया जा रहा है.

मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहा यह गांव

वहीं गांव से गुजरने वाली सड़कों में कई फीट गहरा गड्ढा बन गया है, जो मौत को दावत दे रहा है. गांव में न के बराबर पशुओं के लिए पशु प्रजनन केंद्र तो है, लेकिन कोई पशु वहां तक नहीं पहुंच सकता क्योंकि पशु प्रजनन केंद्र के नाम पर गड्ढा खोदकर छोड़ दिया गया है.

गांव में श्मशान घाट नहीं होने से ग्रामीण शव दाह नहीं कर पा रहे क्योंकि यहां सिर्फ टीनशेड बना हुआ है. लेकिन फर्श नहीं बनी है, यहां शवदाह नहीं किया जाता है. ग्रामीणों का कहना है कि सरपंच और सरपंच सचिव मिलकर शासन के पैसों का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि कई बार शिकायत करने के बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.

Intro:नरसिंगपुर जिला मुख्यालय से महज 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है ग्राम पंचायत कुम्हडी इस गाँव मे विकास कार्य सिर्फ सपना बनकर रह गया है इस गाँव में अगर कोई बीमार हो जाये तो यहां एम्बुलेंस भी नही पहुंच सकती, बीते दिनों गाँव की ही एक महिला को प्रसव पीड़ा के दौरान 3 किलोमीटर खटिया पर डाल कर मुख्यमार्ग तक लाया गया था Body:- नरसिंगपुर जिला मुख्यालय से महज 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है ग्राम पंचायत कुम्हडी इस गाँव मे विकास कार्य सिर्फ सपना बनकर रह गया है इस गाँव में अगर कोई बीमार हो जाये तो यहां एम्बुलेंस भी नही पहुंच सकती, बीते दिनों गाँव की ही एक महिला को प्रसव पीड़ा के दौरान 3 किलोमीटर खटिया पर डाल कर मुख्यमार्ग तक लाया गया था उसके बाद ट्रेक्टर से जिला अस्पताल ले जाया गया जहां देरी होने और खराब सड़क के गड्ढों की वजह से रास्ते मे ही डिलेवरी हो गयी थी ग्रामीणों ने हर तरह की शिकायते की लेकिन नतीजा कुछ नही निकला।
गांव के शुरुवात में ही बीच सड़क पर एक 22 फ़ीट गहरा गड्ढा बीच सड़क पर आपका मुह बाए स्वागत करेगा,अगर आप इस गड्ढे से बच गए तो आप गाँव की तरफ आगे बढ़ेंगे तो पाएंगे कि सड़क नाम की चीज इस गाँव मे न के बराबर है पशुओं के लिए पशु प्रजनन केंद्र तो है लेकिन कोई पशु वहां तक नही पहुच सकता क्योंकि ये एक गहरी खाई के भीतर है जहां एक लोहे के पिंजरे के अलावा कुछ भी नही है इसके अलावा गाँव के शमशानघाट में गाँव के लोग शव दाह नही कर पा रहे क्योंकि यहां सिर्फ टीनशेड बना हुआ है लेकिन फर्श नही जहां शव का दहन किया जाता है वहां 5- 5 फ़ीट लंबी झाड़ियां उगी हुई है,स्कूल की बाउंडरी खेल मेंदान नाम की चीजें भी नही है ऐंसा नही की ग्राम में विकाश नही हुआ गाँव मे जमकर विकाश हुआ लेकिन सिर्फ और सिर्फ कागजों में गौ की ही एक सड़क के नाम पर लगभग 3 लाख रुपये सरपंच और सचिव डकार गए ,शमशान का पैसा भी निकल लिया, बाउंडरी बाल का,खेल मैदान का ,चबूतरे निर्माड सभी काम कागजो में पूरे कर शासन की महत्वाकाँक्षी योजनाओं का मजाक बनाने का काम यहां के सरपंच एवं सचिव कर रहै है इस गाँव मे सचिब के खिलाफ के द्वारा किये भर्ष्टाचार से काफी आक्रोश है गाँव के लोगो ने कलेक्टर,जिलापंचायत ceo ,जनपद ceo,के अलावा कलेक्टर को ही यहां की समस्याओं से अवगत कराया है किंतु जिला मुख्यालय से महज 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह गाँव आज भी विकाश की राह से बहूत दूर है।शासन से कोई सुविधा न मिलते देख अब यहाँ के ग्रामीणों ने खुद ही गाँव की साफ सफाई और अन्य काम करने शुरू कर दिया हैं।

बाइट- 01- हेमराज केवट(ग्रामीण)

Conclusion:गाँव के शमशानघाट में गाँव के लोग शव दाह नही कर पा रहे क्योंकि यहां सिर्फ टीनशेड बना हुआ है लेकिन फर्श नही जहां शव का दहन किया जाता है वहां 5- 5 फ़ीट लंबी झाड़ियां उगी हुई है,स्कूल की बाउंडरी खेल मेंदान नाम की चीजें भी नही है ऐंसा नही की ग्राम में विकाश नही हुआ गाँव मे जमकर विकाश हुआ लेकिन सिर्फ और सिर्फ कागजों में गौ की ही एक सड़क के नाम पर लगभग 3 लाख रुपये सरपंच और सचिव डकार गए ,शमशान का पैसा भी निकल लिया, बाउंडरी बाल का,खेल मैदान का ,चबूतरे निर्माड सभी काम कागजो में पूरे कर शासन की महत्वाकाँक्षी योजनाओं का मजाक बनाने का काम यहां के सरपंच एवं सचिव कर रहै है इस गाँव मे सचिब के खिलाफ के द्वारा किये भर्ष्टाचार से काफी आक्रोश है गाँव के लोगो ने कलेक्टर,जिलापंचायत ceo ,जनपद ceo,के अलावा कलेक्टर को ही यहां की समस्याओं से अवगत कराया है किंतु जिला मुख्यालय से महज 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह गाँव आज भी विकाश की राह से बहूत दूर है।शासन से कोई सुविधा न मिलते देख अब यहाँ के ग्रामीणों ने खुद ही गाँव की साफ सफाई और अन्य काम करने शुरू कर दिया हैं।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.