नरसिंहपुर। आजादी के इतने सालों बाद भी दूर दराज के ग्रामीण आज भी मूलभूत सुविधाओं से कितने दूर हैं. इस बात का अंदाजा इससे ही लगाया जा सकता है कि नरसिंहपुर की जनपद पंचायत गोटेगांव से 18 किलोमीटर दूर जामुन पानी गांव में ना तो बिजली है ना आंगनबाड़ी और ना ही स्कूल. ऐसे में ग्रामीण आधुनिक जीवन के साथ कैसे कदम से कदम ताल मिलाकर चलें. ग्रामीण संजू मेहरा ने बताया कि गांव में बिजली नहीं है इसलिए अंधेरे में रहते हैं. बिजली नहीं होने से रात में काफी परेशानी होती है. खेतों को लिए मिलने वाली बिजली को घरों में उपयोग नहीं कर पाते हैं.
जमुना गांव में बिजली का बिल बराबर आ रहा है, जबकि किसी भी घर में बिजली के कनेक्शन ही नहीं हुए हैं. ग्रामीण ने बताया कि पिछले एक साल से मीटर ही गांव में आ पाए हैं बिजली कब आएगी ये बोलना थोड़ा मुश्किल है.
गांव के एक अन्य ग्रामीण ने बताया कि गांव में बिजली के मीटर को 24 घण्टे आने वाली बिजली के ही लगे हैं लेकिन आज तक मीटर नहीं चालू नहीं है. ग्रामीण ने बताया कि जमुन पानी गांव में लाइट तो आती नहीं है बल्कि बिजली के बिल हर महीने घरों में पहुंच रहे हैं.
गांव के बच्चे स्कूल भी नहीं जा पा रहे है क्योंकि गांव से स्कूल काफी दूर है. स्कूल जाने के लिए जंगल और नाले को पार करना पड़ता था इसलिए घर वालों ने स्कूल जाने से मना कर दिया है.
जेई वरुण ठाकुर ने बताया कि फिलहाल गांव में 24 घंटे की वजह 10 घंटे बिजली की सप्लाई की जा रही है. बिजली बिलों को लेकर जेई ने कहा कि ग्रामीणों के पास जो बिल आए हैं उन्हें वो समझ लेगें. यदि बिलों में आंकलित खपत है तो उसे हटा दिया जाएगा.
जामुन पानी गांव में मूलभूत सुविधाओं को लेकर जब कलेक्टर से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि यदि गांव में इस प्रकार की समस्या है तो उसे जल्द दूर किया जाएगा.