नरसिंहपुर। जिले की तेदूंखेड़ा में शिक्षा विभाग की लापरवाही और सरकार की अनदेखी के कारण बच्चे दहशत में शिक्षा लेने को मजबूर हैं. यहां शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पूरी तरह से जर्जर हो चुका है. हालत यह है कि बारिश में स्कूल की छत टपक रही है, वहीं क्लासों में पानी भर गया है. जिससे बच्चे स्कूल के बारह बैठ कर पढ़ाई करने को मजबूर हैं.
बता दें कि स्कूल की छत खप्पर से बनी हुई है. जिसके कारण तेज बारिश में स्कूल की दीवारों में दरारें पड़ गई है, तो कहीं परिसर में जलभराव हो रहा है. इस स्थिति में बरसात में कक्षाओं का सुचारु रूप से संचालित कर शिक्षकों के लिए भी एक चुनौती बनी हुई है. बारिश होने पर या तो स्कूल की छुट्टी करनी पड़ती है, या फिर शिक्षक बच्चों को स्कूल के बरामदे में पढ़ते है. बता दें कि शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय 1951 में बना था.
शिक्षकों का कहना है कि कई पर शासन प्रशासन से इस बारे में शिकायत कर चुके है. लेकिन कोई भी अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे है. इस बारे में प्राचार्य का कहना है कि स्कूल के लिए नया भवन बन गया है, लेकिन अभी वहां कॉलेज संचालित होता है. जैसे ही कॉलेज प्रबंधन इसे खाली कर देगा, स्कूल वहां संचालित होने लगेगी.