नरसिंहपुर। जिले की पलोहा थाना पुलिस एक बार फिर निशाने पर है. दरअसल, पुलिस अभिरक्षा में एक आरोपी वीरेंद्र लोधी ने चेन और हछकड़ी की मदद से लॉकअप में फांसी लगा ली. मृत आरोपी पर नाबालिग का अपहरण कर दुष्कर्म के आरोप थे. दो दिन पहले ही आरोपी को इंदौर के पीथमपुर से गिरफ्तार कर पुलिस पलोहा थाने लेकर आई थी. वहीं इस घटना के बाद पलोहा पुलिस पर सवाल उठाए जा रहे हैं. वहीं मामले में थाना प्रभारी सरोज ठाकुर सहित तीन अन्य पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है.
2 दिन पलोहा थाने में बंद था कैदी
बता दें, आरोपी ने नाबालिग का अपहरण कर दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था. जिसके बाद से लगातार पुलिस को उसकी तलाश थी. वहीं इंदौर के पीथमपुर से आरोपी को पकड़कर दो दिन पहले ही पुलिस पलोहा थाने लाई थी. लेकिन दो दिन तक पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश नहीं किया था. इस बीच लॉकअप में ही मंगलवार रात उसने आत्महत्या कर ली. जिसके बाद आनन-फानन में आरोपी को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी.
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पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज
थाने में रेप आरोपी की आत्महत्या की खबर फैलने के बाद क्षेत्र में तनाव की स्थिति बनने लगी. जिसके बाद भारी पुलिस बल क्षे्र में तैनात किया गया. वहीं पुलिस अधीक्षक विपुल श्रीवास्तव भी आला अधिकारियों के साथ थाने पहुंचे, जहां उन्होंने स्थिति को संभाला. आरोपी के आत्महत्या करने के बाद मजिस्ट्रियल जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं. दूसरी तरफ लापरवाही के चलते थाना प्रभारी सरोज ठाकुर सहित तीन अन्य पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर उनके ऊपर जांच भी बैठाई गई है.