नरसिंहपुर। राष्ट्रीय बालिका दिवस पर जिले के पीजी कॉलेज में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. इस दौरान छात्र-छात्राओं ने रंगोली पेंटिंग और हस्ताक्षर अभियान चलाया. वहीं महिला बाल विकास विभाग ने इस अवसर पर एक विचार संगोष्ठी का आयोजन किया, जिसमें छात्राओं ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के विषय पर अपने विचार रखे.
राष्ट्रीय बालिका दिवस पर कार्यक्रम आयोजित, छात्राओं ने रखे अपने विचार
राष्ट्रीय बालिका दिवस पर नरसिंहपुर के पीजी कॉलेज में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया.
राष्ट्रीय बालिका दिवस पर कार्यक्रम आयोजित
नरसिंहपुर। राष्ट्रीय बालिका दिवस पर जिले के पीजी कॉलेज में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. इस दौरान छात्र-छात्राओं ने रंगोली पेंटिंग और हस्ताक्षर अभियान चलाया. वहीं महिला बाल विकास विभाग ने इस अवसर पर एक विचार संगोष्ठी का आयोजन किया, जिसमें छात्राओं ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के विषय पर अपने विचार रखे.
Intro:राष्ट्रीय बालिका दिवस पर नरसिंहपुर के पीजी कॉलेज में बेटी बच बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा जहां एक और बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ से संबंधित रंगोली पेंटिंग एवं हस्ताक्षर अभियान चलाया गया वही महिला बाल विकास विभाग द्वारा एक विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें बेटियों के द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के विषय में अपने व्याख्यान रखे गए
Body: राष्ट्रीय बालिका दिवस पर नरसिंहपुर के पीजी कॉलेज में बेटी बच बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा जहां एक और बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ से संबंधित रंगोली पेंटिंग एवं हस्ताक्षर अभियान चलाया गया वही महिला बाल विकास विभाग द्वारा एक विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें बेटियों के द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के विषय में अपने व्याख्यान रखे गए कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बताते हुए महिला एवं बाल विकास के जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि बेटियों को सम्मान अधिकार और सम्मान मिले इसके लिए राष्ट्रीय बालिका दिवस पर यह कार्यक्रम का आयोजन किया गया है साथ ही बेटियों के प्रति परिवार समाज का व्यवहार किस तरह से हो इसको लेकर बेटियों से ही उनके विचार मंच के माध्यम से रखने के प्रयास किए जा रहा है ताकि परिवार में और समाज में बेटियों की भावना को समझ सके और समाज में बेटी के प्रति नजरिया बदल सके नरसिंहपुर जिले में विगत वर्षों में बेटियों के अनुपात में 6% की कमी आई है लेकिन अब हमारा लक्ष्य है कि बेटियों का प्रतिशत बेटों की तुलना में सत प्रतिशत हो जिसके लिए नरसिंहपुर में बेटी बचाओ सप्ताह की शुरुआत की गई है वहीं बेटियों ने भी अपने विचार रखते हुए बताया कि हमें समाज में समान दर्जा मिले समान अधिकार मिले इसके तहत कार्यक्रम समाज को नई दिशा देते हैं और समाज में बदलाव जन-जागरण से ही आता है ऐसे कार्यक्रम जो मोदी सरकार द्वारा चलाए जा रहे हैं वह बेहद कारगर हैं और इनका सामाजिक पहलू में असर भी दिखाई देता है
वाइट01 आरसी त्रिपाठी जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग
वाइट02 अंशिका नेमा स्कूली छात्रा
Conclusion: बेटियों का प्रतिशत बेटों की तुलना में सत प्रतिशत हो जिसके लिए नरसिंहपुर में बेटी बचाओ सप्ताह की शुरुआत की गई है वहीं बेटियों ने भी अपने विचार रखते हुए बताया कि हमें समाज में समान दर्जा मिले समान अधिकार मिले इसके तहत कार्यक्रम समाज को नई दिशा देते हैं और समाज में बदलाव जन-जागरण से ही आता है ऐसे कार्यक्रम जो मोदी सरकार द्वारा चलाए जा रहे हैं वह बेहद कारगर हैं और इनका सामाजिक पहलू में असर भी दिखाई देता है
Body: राष्ट्रीय बालिका दिवस पर नरसिंहपुर के पीजी कॉलेज में बेटी बच बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा जहां एक और बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ से संबंधित रंगोली पेंटिंग एवं हस्ताक्षर अभियान चलाया गया वही महिला बाल विकास विभाग द्वारा एक विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें बेटियों के द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के विषय में अपने व्याख्यान रखे गए कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बताते हुए महिला एवं बाल विकास के जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि बेटियों को सम्मान अधिकार और सम्मान मिले इसके लिए राष्ट्रीय बालिका दिवस पर यह कार्यक्रम का आयोजन किया गया है साथ ही बेटियों के प्रति परिवार समाज का व्यवहार किस तरह से हो इसको लेकर बेटियों से ही उनके विचार मंच के माध्यम से रखने के प्रयास किए जा रहा है ताकि परिवार में और समाज में बेटियों की भावना को समझ सके और समाज में बेटी के प्रति नजरिया बदल सके नरसिंहपुर जिले में विगत वर्षों में बेटियों के अनुपात में 6% की कमी आई है लेकिन अब हमारा लक्ष्य है कि बेटियों का प्रतिशत बेटों की तुलना में सत प्रतिशत हो जिसके लिए नरसिंहपुर में बेटी बचाओ सप्ताह की शुरुआत की गई है वहीं बेटियों ने भी अपने विचार रखते हुए बताया कि हमें समाज में समान दर्जा मिले समान अधिकार मिले इसके तहत कार्यक्रम समाज को नई दिशा देते हैं और समाज में बदलाव जन-जागरण से ही आता है ऐसे कार्यक्रम जो मोदी सरकार द्वारा चलाए जा रहे हैं वह बेहद कारगर हैं और इनका सामाजिक पहलू में असर भी दिखाई देता है
वाइट01 आरसी त्रिपाठी जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग
वाइट02 अंशिका नेमा स्कूली छात्रा
Conclusion: बेटियों का प्रतिशत बेटों की तुलना में सत प्रतिशत हो जिसके लिए नरसिंहपुर में बेटी बचाओ सप्ताह की शुरुआत की गई है वहीं बेटियों ने भी अपने विचार रखते हुए बताया कि हमें समाज में समान दर्जा मिले समान अधिकार मिले इसके तहत कार्यक्रम समाज को नई दिशा देते हैं और समाज में बदलाव जन-जागरण से ही आता है ऐसे कार्यक्रम जो मोदी सरकार द्वारा चलाए जा रहे हैं वह बेहद कारगर हैं और इनका सामाजिक पहलू में असर भी दिखाई देता है