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नरसिंहपुर के किसान को प्रधानमंत्री करेंगे कृषि कर्मण अवार्ड से सम्मानित

कृषि के क्षेत्र में अनुसंधान करने वाले नरसिंहपुर के चंद्रशेखर तिवारी को प्रधानमंत्री द्वारा 3 जनवरी 2020 को कृषि कर्मण अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा.

Prime Minister will be awarded Krishi Karman Award to Narsinghpur farmer
चंद्रशेखर तिवारी को कृषि कर्मण अवार्ड
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Published : Dec 23, 2019, 3:22 PM IST

नरसिंहपुर। जिले में प्रगतिशील और सतत कृषि के क्षेत्र में नवाचार करने वाले 80 वर्षीय किसान चंद्रशेखर तिवारी को प्रधानमंत्री द्वारा 3 जनवरी 2020 को कृषि कर्मण अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा. मध्य प्रदेश से चंद्रशेखर तिवारी एकमात्र ऐसे किसान हैं जिन्हें स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सम्मान से सम्मानित करेंगे.


चंद्रशेखर तिवारी ने बताया कि यह उनके लिए लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड की तरह है. 40 साल तक उन्होंने पीजी कॉलेज में पॉलिटिकल साइंस के प्रोफेसर के तौर पर सेवाएं दी और उसके बाद नरसिंहपुर के छोटे से गांव में 2002 से वह लगातार खेती में नवाचार और खेती को उन्नत बनाने की तकनीक पर काम कर रहे हैं.

चंद्रशेखर तिवारी को कृषि कर्मण अवार्ड


खासकर गन्ने की खेती पर उनकी अनुसंधान की वजह से उन्हें लखनऊ और पुणे में सम्मानित किया गया है. इतना ही नही उन्हें देश भर में होने वाले कृषि अनुसंधान पर आधारित संगोष्ठी में प्रवक्ता के रूप में बुलाया जाता है ताकि वह अपने विचार रख सके.


वहीं युवाओं के पलायन पर अनुसंधानकर्ता चंद्रशेखर तिवारी ने कहा युवाओं को फ्रस्ट्रेशन देखा जा रहा है और केंद्र सरकार द्वारा किसानों की अनदेखी के चलते युवाओं का खेती से मन उठ गया है.

नरसिंहपुर। जिले में प्रगतिशील और सतत कृषि के क्षेत्र में नवाचार करने वाले 80 वर्षीय किसान चंद्रशेखर तिवारी को प्रधानमंत्री द्वारा 3 जनवरी 2020 को कृषि कर्मण अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा. मध्य प्रदेश से चंद्रशेखर तिवारी एकमात्र ऐसे किसान हैं जिन्हें स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सम्मान से सम्मानित करेंगे.


चंद्रशेखर तिवारी ने बताया कि यह उनके लिए लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड की तरह है. 40 साल तक उन्होंने पीजी कॉलेज में पॉलिटिकल साइंस के प्रोफेसर के तौर पर सेवाएं दी और उसके बाद नरसिंहपुर के छोटे से गांव में 2002 से वह लगातार खेती में नवाचार और खेती को उन्नत बनाने की तकनीक पर काम कर रहे हैं.

चंद्रशेखर तिवारी को कृषि कर्मण अवार्ड


खासकर गन्ने की खेती पर उनकी अनुसंधान की वजह से उन्हें लखनऊ और पुणे में सम्मानित किया गया है. इतना ही नही उन्हें देश भर में होने वाले कृषि अनुसंधान पर आधारित संगोष्ठी में प्रवक्ता के रूप में बुलाया जाता है ताकि वह अपने विचार रख सके.


वहीं युवाओं के पलायन पर अनुसंधानकर्ता चंद्रशेखर तिवारी ने कहा युवाओं को फ्रस्ट्रेशन देखा जा रहा है और केंद्र सरकार द्वारा किसानों की अनदेखी के चलते युवाओं का खेती से मन उठ गया है.

Intro:नरसिंहपुर के प्रगतिशील और सतत कृषि के क्षेत्र में नवाचार करने वाले 80 वर्षीय किसान चंद्रशेखर तिवारी को प्रधानमंत्री द्वारा 3 जनवरी 2020 को कृषि कर्मण अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा मध्य प्रदेश से चंद्रशेखर तिवारी एकमात्र ऐसे अंदर के समान है जिन्हें स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सम्मान से सम्मानित करेंगे


Body:नरसिंहपुर के प्रगतिशील और सतत कृषि के क्षेत्र में नवाचार करने वाले 80 वर्षीय किसान चंद्रशेखर तिवारी को प्रधानमंत्री द्वारा 3 जनवरी 2020 को कृषि कर्मण अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा मध्य प्रदेश से चंद्रशेखर तिवारी एकमात्र ऐसे अंदर के समान है जिन्हें स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सम्मान से सम्मानित करेंगे मीडिया से बात करते हुए चंद्रशेखर तिवारी ने बताया कि यह उनके लिए लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड की तरह है 40 साल तक चंद्रशेखर तिवारी नरसिंहपुर की पीजी कॉलेज में पॉलिटिकल साइंस के प्रोफेसर के तौर पर सेवाएं दी और उसके बाद नरसिंहपुर के छोटे से गांव में 2002 से वह लगातार खेती में नवाचार और खेती को उन्नत बनाने की तकनीक पर काम करते खासकर गन्ने की खेती पर उनकी अनुसंधान की वजह से उन्हें कभी दूर तो कभी लखनऊ तो कभी शाहजहांपुर एवं पुणे में उन्हें सम्मानित किया गया बल्कि उन्हें देश भर में होने वाले अनुसंधान पर आधारित संगोष्ठी में प्रवक्ता के रूप में बुलाया जाता है ताकि वह अपने विचार रख सकें गन्ने की तकनीक और उससे बड़ी परेशानियों को साझा कर सकें वहीं युवाओं के पलायन पर अनुसंधानकर्ता चंद्रशेखर तिवारी ने कहा युवाओं को फ्रस्ट्रेशन की कमी देखी जा रही है एवं केंद्र सरकार द्वारा किसानों की अनदेखी के चलते युवाओं का खेती से मोहभंग हो रहा है

वाइट01 चंद्रशेखर तिवारी उन्नत किसान और अवॉर्डी


Conclusion:खासकर गन्ने की खेती पर उनकी अनुसंधान की वजह से उन्हें कोयंबटूर तो कभी लखनऊ तो कभी शाहजहांपुर एवं पुणे में उन्हें सम्मानित किया गया बल्कि उन्हें देश भर में होने वाले अनुसंधान पर आधारित संगोष्ठी में प्रवक्ता के रूप में बुलाया जाता है ताकि वह अपने विचार रख सकें गन्ने की तकनीक और उससे बड़ी परेशानियों को साझा कर सकें वहीं युवाओं के पलायन पर अनुसंधानकर्ता चंद्रशेखर तिवारी ने कहा युवाओं को फ्रस्ट्रेशन की कमी देखी जा रही है एवं केंद्र सरकार द्वारा किसानों की अनदेखी के चलते युवाओं का खेती से मोहभंग हो रहा है
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