नरसिंहपुर। प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में बीजेपी की जीत पर राज्यसभा सांसद कैलाश सोनी ने ETV से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि इसी जीत के लिए चुनाव हुआ है.
भारत के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ
बातचीत के दौरान राज्यसभा सांसद कैलाश सोनी ने कहा कि संभवत भारत के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब 15 महीने में ही किसी सरकार को जनता ने नकार दिया हो और सरकार गिर गई हो. इतने कम समय में इतनी खराब कोई सरकार हुई ही नहीं. 15 महीने के भीतर ही सुशासन के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया को अपने सम्मान के लिए जनता के बीच जाना पड़ा. जन सरोकार पर जितनी अपेक्षाएं 15 महीने में हुई, जो वादे किए थे एक भी वचन पत्र में इनको कांग्रेस ने पूरा नहीं किया. भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा चरम पर थी, यही कारण है जो परिणाम आज हमारे बीच आया है. ये जीत जनता की जीत है, जन सरोकार के लिए जीत है.
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प्रदेश के विकास के लिए कार्य होंगे
सांसद सोनी ने कहा कि यह जन सरोकार की जीत है. मध्य प्रदेश के विकास की जीत है. अब बीजेपी सरकार प्रदेश के विकास के लिए कार्य करेगी और व्यवस्थित ढंग से सरकार चलाएगी. पिछले 15 सालों में इसमें कोई दो मत नहीं है कि हिंदुस्तान के इतिहास में जन सरोकार पर जनता के हर दर्द पर जनता के घर तक राहत पहुंचाने का कार्य और किसानों के लिए साथ देने का कार्य भाजपा सरकार करती आई है.
गलतियां सुधारने का मिला है अवसर
उन्होंने कहा कि अन्य कारणों से जो गलती हुई है अब उसके सुधार का अवसर है. संपूर्ण प्रदेश के लोगों से चुनाव में हिस्सा लेने वालों का कृतज्ञ हूं, जनता का आभार है कि उन्होंने बीजेपी पर विश्वास किया. मैं प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की तरफ से आश्वस्त करना चाहता हूं कि जो जनता की अपेक्षा है, उस पर मध्यप्रदेश सरकार खरी उतरेगी.
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दिग्विजय सिंह के मुंह से ऐसी बातें शोभा नहीं देती
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बयान पर उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह के मुंह से ऐसी बातें शोभा नहीं देती. यह लोकतंत्र की जीत हुई है न की नोट तंत्र की. कभी उन्हें EVM खराब दिखती है. राजस्थान में जीते तो EVM ठीक है, छत्तीसगढ़ में जीते तो EVM ठीक है और अभी जिन क्षेत्रों में जीत हुई है वहां की EVM ठीक है. इस पर आरोप लगाकर वे लोकतंत्र को कमजोर कर रहे हैं. इनको किसी संस्था पर भरोसा नहीं है. अगर इस तरह होगा तो जो संविधान द्वारा प्रदत्त हमारी संस्थाएं हैं, जिनके पीछे जनता का भरोसा खड़ा है. हम उनको संदेह के कटघरे में खड़ा करेंगे तो यह लोकतंत्र और यह सिस्टम कैसे चलेगा.