नरसिंहपुर। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह परमहंसी गंगा आश्रम पहुंचे, जहां उन्होंने शंकराचार्य जगतगुरु स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज से बंद कमरे में मुलाकात की. साथ ही प्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए जीत का आशीर्वाद मांगा. इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए, साथ ही कहा कि बीजेपी सभी 24 सीटें हारेगी.
दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए सिंधिया समर्थकों पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, 'इतने बुरी हालत हैं उन गद्दारों के, जो चुनकर कांग्रेस से आए, लेकिन 35-50 करोड़ रुपये लेकर जनता का विश्वास बेच दिया'.
दिग्विजय सिंह ने बताया कि, वो उदयपुरा मंडी गए थे, जहां उन्हें कुछ किसान मिले, जो कमलनाथ सरकार की प्रशंसा कर रहे थे. उन्होंने बताया कि, पिछले वर्ष जितने अच्छे ढंग से चने की खरीदी हुई थी, उतने ही आज किसान को परेशान किए जा रहे हैं. खुले बाजार में व्यापारी चने को 3 हजार 800 रुपए क्विंटल के भाव से खरीद रहे हैं, जबकि चने का न्यूनतम समर्थन मूल्य 4 हजार 800 है. यानी की किसान को 1 हजार रुपए प्रति क्विंटल का घाटा हो रहा है.
दिग्विजय सिंह ने कहा कि, शिकायत मिली है कि, सोसायटी चलाने वाले बेवजह किसानों को परेशान कर रहे हैं. जो माल सोसायटी ने रिजेक्ट कर दिया था, उसे खुद जाकर देखा, तो चने में एक भी तीवरा का दाना नहीं मिला. इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि, यह शासन की असफलता है, कि किसान को जितनी पैदावार में परेशानी नहीं हुई, उससे कहीं ज्यादा अपनी फसल बेचने में हो रही है.
उन्होंने कहा, शिवराज सिंह की सरकार पूरी तरीके से फेल हुई है. हर सोसायटी पर लगभग दो से तीन करोड़ रुपए बीजेपी के नेता, सोसायटी कर्मचारी और सर्वेयर, व्यापारी मिलकर कमाते हैं, जिसमें सिर्फ किसानों का नुकसान होता है.