नरसिंहपुर। माघ पूर्णिमा के दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु बरमान घाट पहुंचे. जहां जीवनदायिनी मां नर्मदा में श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई और पूजन अर्चन की. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माघ पूर्णिमा के दिन स्नान ध्यान करने से सभी पापों का नाश होता है और दोषों से मुक्ति मुलती है.
हिंदू गंथों के मुताबिक माघ पूर्णिमा के दिन ही भगवान विष्णु देवी-देवताओं के साथ गंगा नदी में स्नान करने आते है, ताकि उनकों भी पुण्य फल की प्राप्ति हो सके. यही कारण है कि श्रद्धालुओं ने आज के दिन पवित्र नदियों में स्नान करते हैं. कहा जाता है कि, बरमान घाट भगवान ब्रह्मा की तपोस्थली है. यहीं कारण है कि आज हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने बरमान घाट पहुंचकर मां नर्मदा में आस्था की डुबकी लगाई.
मान्यता है कि, बाकी के महीनों में जप, तप और दान से भगवान विष्णु उतने प्रसन्न नहीं होते, जितने कि वे माघ मास में स्नान करने से होते हैं. माघ मास में स्नान के अलावा दान का विशेष महत्व है. दान में तिल-गुड़ और कंबल का विशेष पुण्य है. माना जाता है कि जो पूरे माघ मास में संगम में स्नान नहीं कर पाते हैं. उन्हें माघ पूणिमा के स्नान से ही बराबर पुण्य लाभ की प्राप्ति होती है.