नरसिंहपुर। नशा मुक्त भारत अभियान के तहत नरसिंहपुर को नशा मुक्त बनाने का संकल्प लिया गया. नशा मुक्त बनाने के उद्देश्य से जागरूकता बढ़ाने के लिए कलेक्टर के निर्देशन में जिले में नशे से प्रभावित नर्मदा किनारे के 35 ग्राम चिन्हित किये गये हैं. इन ग्रामों में नशा मुक्त के लिए जिला अधिकारियों को दायित्व सौंपे गये हैं.
इन्हीं निर्देशों के परिपालन में महाप्रबंधक जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक आरसी पटले, गाडरवारा टीआई अजय सनकत, ग्राम पंचायत सचिव, शिक्षक एवं स्थानीय अमले द्वारा गाडरवारा तहसील के ग्राम सुरना में ग्रामीणों को नशा मुक्त के लिए जागरूक किया गया. अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों को नशा के दुष्परिणामों के बारे में बताया गया और उन्हें मार्गदर्शन प्रदान किया गया. इस दौरान सलाहकार समिति, गर्जियन क्लब, कार्यकारी समिति का गठन भी किया गया.
नशे के दुष्परिणामों की दी जानकारी
सामाजिक न्याय एवं नि:शक्त जनकल्याण विभाग की उप संचालक अंजना त्रिपाठी ने बताया कि भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा वर्ष 2020- 21 में नशामुक्त भारत अभियान के तहत जिले को नशामुक्त बनाने के लिए चयनित किया गया है. नरसिंहपुर में नशे से प्रभावित 35 ग्रामों में तीन समितियों का गठन किया जाना है. कार्यकारी समिति में गांव के सचिव, पटवारी, आशा कार्यकर्ता, स्कूल के प्रधानाध्यापक, एक महिला शिक्षक तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को शामिल किया जाना है. सलाहकार समिति में गांव के पांच गणमान्य व्यक्तियों को शामिल किया जाना है. गार्जियन क्लब में गांव के कक्षा चौथी से कक्षा 9 वीं के 10- 10 बच्चों का समूह चाइल्ड वालेंटियर्स के रूप में गठित किया जाना है.