नरसिंहपुर। ये है नरसिंहपुर जिले का रानी अवंतीबाई वार्ड जिसे स्वच्छ भारत मिशन के तहत ओडीएफ घोषित किया जा चुका है, लेकिन हकीकत इससे कहीं अलग है... सच्चाई ये है कि जिले में आने वाले आधे से ज्यादा गांव आज भी केवल कागजों में ही ओडीएफ हुए है. यहां घरों में शौचालय नहीं है लोग खुले में शौच के लिए जाते हैं.
हैरानी की बात तो ये है कि यहां नगरपालिका ने शौचालय बनाने की रसीद तो थमा दी है पर आज भी ये गरीब बस्ती की महिलाएं शौच के लिए पेंड़ों की आड़ में जाने पर मजबूर है.
शौचालय विहीन बस्ती के बारे में जब कलेक्टर दीपक सक्सेना से बात की गई तो कलेक्टर साहब ने जिले को ओडीएफ प्लस करने की बात कही. लेकिन सवाल ये उठता है कि जो वार्ड ओडीएफ है ही नहीं वो ओडीएफ प्लस कैसे बन जायेगा
भले ही सरकार ने कागजी तौर पर जिले को शौच मुक्त करने का दर्जा दे दिया हो, लेकिन धरातल पर देखा जाय तो लोग खुले में शौच करने को मजबूर हैं,