मुरैना। लॉकडाउन के दौरान पूरे प्रदेश में गरीबों के बीच राशन वितरण को लेकर सवाल उठ रहे हैं. इस सिलसिले में जिले में भी दो ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जिन्होंने जिला प्रशासन पर सवाल खड़े किए हैं.
पिछले 3 वर्षों से जिले में बीपीएल सर्वे के दौरान पात्र हितग्राहियों को नए राशन कार्ड जारी किए जा रहे हैं. कई बार सर्वे के दौरान वंचित रह गए पात्र हितग्राहियों द्वारा प्रशासन को आवेदन देकर बीपीएल सूची में नाम जोड़ने की मांग की जाती रही. इस दौरान भी अनेक लोगों को पात्र मानते हुए उनके नाम बीपीएल की सूची में जोड़े गए और उन्हें बीपीएल कैटेगरी की पात्रता होने के साथ-साथ जो लाभ शासन द्वारा मिलना चाहिए, उसके लिए पात्र मानते हुए उन्हें राशन कार्ड भी जारी किए गए. ऐसे 33 हजार 493 राशन कार्ड जारी हुए हैं. लेकिन उन्हें आज तक राशन की पर्ची नहीं दी गई.
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के कार्यालय के सामने लंबी-लंबी कतारों में खड़े हितग्राहियों से यह पूछा गया कि उन्होंने अभी तक यह पर्ची क्यों नहीं ली तो उन्होंने बताया केवल समय-समय पर इसकी मांग करते रहे. लेकिन उन्हें यह कहा गया ऑनलाइन सिस्टम लॉक कर दिया है. इसलिए अभी आपकी पर्ची जनरेट नहीं की जा सकती.