मुरैना। जिले के नगर निगम के सभागार में साधारण सम्मेलन आयोजित किया गया था. नगर निगम के साधारण सम्मेलन में बीजेपी पार्षदों ने जमकर हंगामा किया.पार्षदों के आरोप है कि, पशुपतिनाथ महादेव मेले में दुकान आवंटन के नाम पर 4 करोड़ का घोटाला किया गया है. यही नहीं भ्रष्टाचार के चलते झूला संचालकों से फिटनेट सर्टिफिकेट नहीं लिए गए है. जिसके चलते सैलानियों के लिए कभी भी मौत का सबब बन सकते हैं. (Allegations of bribery pashupatinath mahadev fair)
चोरी-छिपे किया गया मेले का शुभारंभः भाजपा के पार्षदों ने मेले में हुए भ्रष्टाचार को लेकर हंगामा मचाया और जमीन पर बैठकर नारेबाजी की. वहीं विधायक प्रतिनिधि ने 86 सफाई कर्मचारियों का पेमेंट रोककर उन्हें 31 दिसंबर तक काम पर लौटने अन्यथा एक जनवरी से हटाए जाने की बात पर हंगामा किया. इस सम्मेलन में विभिन्न्न मुद्दों पर चर्चा होनी थी, लेकिन बीजेपी पार्षदों ने पशुपतिनाथ महादेव मेले में हुए भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाकर हंगामा खड़ा कर दिया.नगर निगम में उपनेता प्रतिपक्ष बदन सिंह यादव ने साधारण सम्मेलन के दौरान मेले में किए गए भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते हुए कहा कि पार्षदों को तवज्जो नहीं दी जा रही है. निगम के अधिकारियों द्वारा चोरी छिपे मेले का शुभारंभ कर दिया गया. किसी पार्षद को बुलाया नहीं गया, मेले के लिए जो टेंडर हुए थे उसमें लेनदन कर एक ही टेंडर खोला गया. (Secretly started the fair)
निष्पक्ष जांच की मांगः उन्हाेंने मांग की इसके लिए जांच समिति का गठन किया जाए और घोटाले की निष्पक्ष जांच की जाए. जिसके बाद सारा मामला सामने आ जाएगा. मेला भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सम्मेलन में जमकर हंगामा हुआ और भाजपा के पार्षद कुर्सी से उठकर जमीन पर बैठ गए तथा नारेबाजी करने लगे. पार्षद बदन सिंह यादव का कहना है कि, पशुपतिनाथ महादेव मेले में दुकान आवंटन के नाम पर जमकर अवैध वसूली की गई है. जो दुकान 4 हजार रुपये में देनी थी, ठेकेदारों ने उनके 40 हजार वसूल किए हैं. यदि दुकान आवंटन मामले की सही तरीके से जांच कराई जाए, तो करीब 40 करोड़ का घोटाला निकलेगा. यही नहीं रिश्वत के चलते नगर निगम अधिकारियों ने झूला संचालकों से फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं लिए है. इससे ये झूले कभी भी सैलानियों के लिए मौत का सबब बन सकते हैं. (Demand for fair investigation)