मुरैना। रेलवे स्टेशन के पास मुर्गी दाना से भरी मालगाड़ी की दो बोगी पटरी से उतर गई. ये हादसा जब हुआ तब नए माल गोदाम से माल गाड़ी में मुर्गी दाना लोड होकर मालगाड़ी को लूप लाइन से मैंन लाइन पर लाया जा रहा था. मुरैना रेलवे स्टेशन पर एक बड़ा हादसा होने से टल गया, यह घटना मुरैना रेलवे स्टेशन पर दोपहर डेढ़ बजे के करीब की बताई जा रही है. इस मालगाड़ी में मुर्गी का दाना भरा हुआ था, जो मुरैना रेलवे स्टेशन के नजदीक बने नए माल गोदाम से लोड हुआ था. मुरैना से मुर्गी दाना भरकर तमिलनाडु के लिए मालगाड़ी जाने को तैयार हो रही थी. शटरिंग के दौरान मालगाड़ी की दो बोगी रेल की पटरियों से नीचे उतर गई, जिससे बिजली के खंबे और पटरी भी टूट गई है. हादसे की सूचना मिलते ही स्टेशन मास्टर, आरपीएफ थाना पुलिस और रेलवे के अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे और इसकी जानकारी अपने वरिष्ठ अधिकारियों को दी हालांकि यह हादसा मेल लाइन पर नहीं हुआ जिसे आप और डाउन ट्रैक सुरक्षित है.
मुर्गी दाना से भरी मालगाड़ी के दो डिब्बे पटरी से उतरे
मुरैना के नए मालगोदाम से मुर्गी दाना लोड होकर स्टेशन की ओर धीरे-धीरे बढ़ रही मालगाड़ी के दो बोगी पटरी से उतर गए. मालगाड़ी की स्पीड कम होने से बड़ा हादसा टल गया, लेकिन दो डिब्बे पटरी से इतने बेकाबू होकर उतरे के ट्रक के अलावा ओवरहेड इलेक्ट्रिक (ओएचई) के खंभे ओर लाइन को छतिग्रस्त कर दिया. रेलवे स्टेशन के पास बने नए माल गोदाम से मुर्गी का दाने से भरी मालगाड़ी बुधवार की दोपहर डेढ़ बजे स्टेशन की ओर रवाना हुई.
7वें नंबर का डिब्बा हुआ बेपटरी
माल गोदाम से स्टेशन तक आने वाली लूप लाइन पर मालगाड़ी धीमी धीमी रफ्तार से आगे बढ़ ही रही थी. वहीं प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार गोदाम से प्लेटफार्म के अंतिम छोर पर इंजन के पीछे 6वें नंबर की बोगी का एक पहिया तेज आवाज करता हुआ, पटरी से उतर गया और उसके बाद एक-एक करके 6वें नंबर का डिब्बा बेपटरी हो गया. फुल भरी हुई मालगाड़ी का इंजन जितनी देर में रुक पाया, तब तक पटरी से उतरा पहला डिब्बा लगभग 200 मीटर आगे आ गया और जैसे ही ड्राइवर ने ब्रेक लगाए तो 7वें नंबर का डिब्बा भी पटरी से उतर गया.
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खंबे ने मालगाड़ी के डिब्बों को पलटने से बचाया
पटरी से रिगड़ते हुए गए डिब्बों के कारण ट्रक कई जगह उखड़ गया, माल गाड़ी का एक पहिया पटरी से उतरकर ट्रेन के इंजन को बिजली देने वाले ओएचई लाइन के खंभे से टकरा गया. जिससे खंबा बुरी तरह झुक गया और ओएचई के तार भी टूट गए. ओएचई के खंबे ने मालगाड़ी के डिब्बों को पलटने से बचा लिया. हादसे की सूचना के बाद रेलवे के अधिकारी मौके पर पहुंच गए, उनके अनुसार डिब्बों को उठाने के लिए रेलवे की हैवी क्रेन को बुलाया गया है. जिस तरह के हालात हैं उसे देख ट्रैक को सही होने में 2 से 3 दिन से ज्यादा का समय लग सकता है. हालांकि रेलवे के अधिकारी कैमरे के सामने कुछ बोलने से बच रहे हैं.
तमिलनाडु जा रही थी मालगाड़ी
मुरैना के माल गोदाम से 19 बोगी की मालगाड़ी में मुर्गी दाना लोड हुआ था, जो कि ये मालगाड़ी दक्षिण रेल्वे की है और मुरैना से मिर्गी दाना लेकर तमिलनाडु के इरोड लेकर जा रही थी. जब इस गाड़ी को लूप लाइन से मेन लाइन पर लाया जा रहा था, तभी पोल नंबर 62/1016 पर मालगाड़ी के पीछे वाली 13वीं और 14वीं नंबर की बोगी रेल्वे ट्रेक से नीचे उतर गई. जिससे ट्रैक और बिजली के पोल क्षतिग्रस्त हुए, क्योंकि गाड़ी ज्यादा स्पीड में नही थी अगर गाड़ी स्पीड में होती तो इस हादसे से ज्यादा नुकसान हो सकता था.
मुरैना रेल्वे स्टेशन के पास मालगाड़ी के दो डिब्बे पटरी से उतरे हैं. हालांकि इससे कोई जनहानि नहीं हुई है और ना ही दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक पर कोई परेशानी आई. जिससे अप और डाउन के मेन ट्रेक पर गाड़िया आ जा रही है।. ये हादसा लूप लाइन पर हुआ है. ये हादसा मेन लाइन पर होता तो कई गाड़ियों के आने जाने पर फर्क पड़ता.