मुरैना। सिविल लाइन थाना प्रभारी प्रवीण चौहान के अनुसार नूराबाद थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाला धनेला गाँव का आरोपी बर्खास्त आरक्षक धर्मेन्द्र पुत्र मुंशी सिंह गुर्जर और उसका साथी संदीप पुत्र राकेश गौड़ सोमवार की शाम को न्यू हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के गेट पर पहुंचे. वहां उन्होंने फरियादी रवि बाथम पुत्र राजेन्द्र बाथम को पकड़कर कहा कि वो स्मैक बेचता है. इसलिए उसे गिरफ्तार किया जाता है.
घटना के समय आरोपी पुलिस की वर्दी में : घटना के समय आरोपी धर्मेन्द्र गुर्जर सिपाही की वर्दी पहने था. इसलिए उसने रौब दिखाते हुए रवि की जेब में रखे नकद 1 हजार 620 रुपए निकाल लिए. रवि ने छोड़ने की बात कही तो आरोपियों ने एक लाख रुपए देने का दबाव बनाया. दोनों रवि को स्कॉर्पियो में डालकर नूराबाद थाने के गेट तक ले गए. वहां रवि ने अपने परिचित रामखिलाड़ी सिकरवार को बुलाकर उससे 10 हजार रुपए की रकम आरोपियों के पेटीएम में ट्रांसफर कर दी.
एक लाख रुपए लेने का दबाव बनाया : इसके बाद भी पुलिस का बर्खास्त सिपाही धर्मेन्द्र गुर्जर 90 हजार रुपए और देने का दबाव बनाता रहा. तभी सूचना पाकर सिविल लाइन थाना पुलिस ने दोनों आरोपियों को दबोचकर अपहृत रवि बाथम को उनके कब्जे से मुक्त करा दिया. बर्खास्त सिपाही पर विदिशा जिले के सिरोंज थाने में अपराध कायम है. सिविल लाइन थाना पुलिस ने इस मामले में दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. (Terminated constable kidnapped youth) (Two arrested including vehicle)