मुरैना। 364 शिक्षकों के स्थानांतरण करने की अनुशंसा वाली प्रभारी मंत्री की सूची सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. जिसके बाद एक बार बीजेपी से प्रदेश की कांग्रेस सरकार को घेरा है. बीजेपी का कहना है कि ट्रांसफर प्रदेश में उद्योग बन गया है. यह सूची इस बात का प्रमाण है. जिस सूची में संगठन के पदाधिकारियों से लेकर सत्ता में काबिज प्रभारी मंत्री से विभागीय मंत्री तक के नाम शामिल हैं. बता दें प्रमाणित सूची मुरैना जिले से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है.
प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर बीजेपी लगातार ट्रांसफर को उद्योग का रूप देने का आरोप लगाती रही है. प्रभारी मंत्री ने मुरैना जिले के अंदर शिक्षकों के स्थानांतरण करने की 364 शिक्षकों की सूची तैयार कर कलेक्टर को पत्र के साथ भेजी है. इस सूची में जिन शिक्षकों के नाम हैं उन शिक्षकों के नाम के सामने उनके स्थानांतरण की सिफारिश किस नेता ने की है, इस बात का भी उल्लेख किया गया है. इसमें कांग्रेस पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों से लेकर जिले और मंडल तक के पदाधिकारी शामिल हैं. जिले के सभी 6 विधायकों से लेकर शिक्षा मंत्री तक के नाम अंकित हैं.
सूची में जिन नेताओं के नाम शामिल हैं, उनमें किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुर्जर, कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष रामनिवास रावत, प्रदेश महासचिव हरि सिंह कुशवाह, प्रदेश महासचिव जसवीर गुर्जर, प्रदेश सचिव हरिओम शर्मा, पूर्व कांग्रेसी नेता प्रबल प्रताप, जिले के सभी छह विधायक सहित जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा और राम नरेश त्रिपाठी के नाम शामिल हैं. यह सूची कलेक्टर के पत्र के साथ संलग्न है और जैसे प्रभारी मंत्री लाखन सिंह द्वारा प्रमाणित किया गया है.
इस मामले में बीजेपी के पूर्व विधायक गजराज सिंह सिकरवार ने चुटकी लेते हुए कहा कि प्रदेश में अल्पमत की सरकार है. उसने नेताओं और विधायकों की मनमानी के आगे सरकार असहाय हैं. और सभी विधायक सरकार की इस कमजोरी का फायदा उठाने में लगे हैं और मुख्यमंत्री उन्हें रोकने का साहस नहीं दिखा पा रहे. साथ ही कहा कि कांग्रेस के विधायक की कोई राजनीतिक सोच नही हैं. न तो उनका सोच विकास के तरफ है और न ही जनकल्याण के तरफ है.