मुरैना। एमपी में कल से शुरू होने वाली मध्य प्रदेश हायर सेकेंडरी बोर्ड परीक्षा का मुरैना जिले के छात्रों ने एमएस चौराहे पर जाम लगाकर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. छात्रों ने सड़क पूरी तरह से जाम कर दी. जिसकी सूचना पर मौके पर पहुंचे एडीएम और एसडीएम ने छात्रों को समझाने का प्रयास किया. लेकिन वह नहीं माने और नेशनल हाइवे को जाम करने का प्रयास किया. वहीं पुलिस और छात्रों के बीच झूमाझटकी भी हो गई. जिसके बाद छात्र वहां से भाग गए. छात्रों की मांग है कि कोरोना के संकट काल में परीक्षा को रद्द किया जाए और दसवीं की तरह बारहवीं के छात्रों को भी जनरल प्रमोशन दिया जाए.
दरअसल, मध्य प्रदेश शिक्षा मंडल द्वारा कोरोना संक्रमण के चलते 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं रद्द कर दी गई थी. जिसके बाद दसवीं के छात्रों को दो विषयों में प्रमोशन दिया गया था और अब 12वीं के छात्रों की कल से परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी. जिसे लेकर मुरैना जिले के छात्रों ने एमएस रोड पर जाम लगा दिया. ये छात्र किसी पार्टी या संगठन से जुड़े नहीं हैं. बल्कि यह वह छात्र हैं जिन्हें कल परीक्षा में शामिल होना है. आक्रोशित छात्रों ने नेशनल हाइवे को जाम करने का प्रयास किया. तब पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज करना शुरू किया. जिसके बाद वहां से सभी छात्र भाग गए.
ये है छात्रोंं का कहना
छात्रों का कहना है कि जब देश में कोरोना के मरीज थे. तब उनकी परीक्षाएं रद्द कर दी गई. आज जब कोरोना महामारी हर गली मोहल्ले में फैल चुका है. ऐसे में परीक्षा कराना उनके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करना होगा. जब इस संकट की घड़ी में मुख्यमंत्री स्वयं अपना संबोधन ऑनलाइन के जरिए कर रहे हैं. तो फिर छात्रों की जिंदगी से सरकार खिलवाड़ क्यों कर रही हैं.
वहीं इस पूरे मामले को लेकर एडीएम आरएस बाकना का कहना है कि छात्रों से कहा गया था कि अपनी मांगों को लेकर शांति से ज्ञापन दे दें. लेकिन उन्होंने नहीं दिया. छात्रों द्वारा करीब एक घंटे सड़क पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया गया.