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छात्रों को नहीं मिला मिड-डे का राशन, खाद्य अधिकारी से लगाई गुहार

मुरैना के ग्राम खिडोरा के ग्रामीण छात्रों को पिछले तीन महीने से ना तो ग्रामीणों को पीडीएस की दुकान से राशन दिया जा रहा है और ना ही स्कूली छात्राओं को मध्यान्ह भोजन का अनाज, तेल आदि वितरित किया गया है. जिसकी शिकायत ग्रामीणों के साथ आए बच्चों ने जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी से की है. हालांकि जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी ने छात्रों को आश्वसान दिया है.

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Published : Jan 28, 2021, 4:37 PM IST

Updated : Jan 28, 2021, 4:45 PM IST

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नवीन कलेक्ट्रेट

मुरैना। जिले में जहरीली शराब कांड को कोई कैसे भूल सकता है. जिसमें जहरीली शराब पीकर 25 लोगों की मौत हो गई थी. इसके बाद पुलिस और स्थानिय प्रशासन ने संयुक्त रुप से कार्रवाई करते हुए शराब के ठिकानों पर कार्रवाई की थी और आज भी कर रही है. लेकिन इसके बाद भी माफियाओं की धाक कम नहीं हुई है. एक ऐसा ही मामला मुरैना जिले की जावरा जनपद पंचायत के ग्राम खिडोरा का है. जहां पिछले तीन महीने से ना तो ग्रामीणों को पीडीएस की दुकान से राशन दिया जा रहा है और ना ही स्कूली छात्राओं को मध्यान्ह भोजन का अनाज, तेल आदि वितरित किया गया है. जिसकी शिकायत ग्रामीणों के साथ आए बच्चों ने जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी से की है. उन्होंने यह भी कहा है कि यदि उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो वह नवीन कलेक्ट्रेट भवन के सामने धरना देकर राशन दिलाने की मांग करेंगे.

छात्रों को नहीं मिला मिड-डे का राशन

कलेक्टर चेंबर के बाहर बैठे स्कूली छात्र और ग्रामीण

जौरा जनपद पंचायत के ग्राम खिडोरा में कोरोना काल से लेकर अभी तक छात्रों को मध्यान भोजन का राशन और तेल और दाल आदि वितरित नहीं किया गया है. इस शिकायत को लेकर छात्रों ने खाद्य आपूर्ति अधिकारी से शिकायत की और सुनवाई नहीं होने पर कलेक्टर के चेंबर के बाहर धरने पर बैठ गए. इस दौरान स्कूली छात्र-छात्राओं के साथ ग्रामीण भी मौजूद थे.

माफिया हुए निरंकुश, सत्ता के लोगों को मिल रहा है संरक्षण

प्रदेश सरकार सभी तरह के माफियाओं के खिलाफ भले ही सख्त कार्रवाई करने के दावे कर रही हो. लेकिन सच्चाई यह है कि शासन और प्रशासन का कोई असर माफियाओं पर नहीं है. माफिया चाहे शराब के हो, चाहे नशे के हो, खनन माफिया या राशन माफिया हो सभी पर सरकार की कार्रवाई का कोई असर नजर नहीं आ रहा है. वहीं पीड़ितों को दफ्तरों के चक्कर काटकर अपने हक के लिए गुहार लगानी पड़ रही है.

मुरैना। जिले में जहरीली शराब कांड को कोई कैसे भूल सकता है. जिसमें जहरीली शराब पीकर 25 लोगों की मौत हो गई थी. इसके बाद पुलिस और स्थानिय प्रशासन ने संयुक्त रुप से कार्रवाई करते हुए शराब के ठिकानों पर कार्रवाई की थी और आज भी कर रही है. लेकिन इसके बाद भी माफियाओं की धाक कम नहीं हुई है. एक ऐसा ही मामला मुरैना जिले की जावरा जनपद पंचायत के ग्राम खिडोरा का है. जहां पिछले तीन महीने से ना तो ग्रामीणों को पीडीएस की दुकान से राशन दिया जा रहा है और ना ही स्कूली छात्राओं को मध्यान्ह भोजन का अनाज, तेल आदि वितरित किया गया है. जिसकी शिकायत ग्रामीणों के साथ आए बच्चों ने जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी से की है. उन्होंने यह भी कहा है कि यदि उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो वह नवीन कलेक्ट्रेट भवन के सामने धरना देकर राशन दिलाने की मांग करेंगे.

छात्रों को नहीं मिला मिड-डे का राशन

कलेक्टर चेंबर के बाहर बैठे स्कूली छात्र और ग्रामीण

जौरा जनपद पंचायत के ग्राम खिडोरा में कोरोना काल से लेकर अभी तक छात्रों को मध्यान भोजन का राशन और तेल और दाल आदि वितरित नहीं किया गया है. इस शिकायत को लेकर छात्रों ने खाद्य आपूर्ति अधिकारी से शिकायत की और सुनवाई नहीं होने पर कलेक्टर के चेंबर के बाहर धरने पर बैठ गए. इस दौरान स्कूली छात्र-छात्राओं के साथ ग्रामीण भी मौजूद थे.

माफिया हुए निरंकुश, सत्ता के लोगों को मिल रहा है संरक्षण

प्रदेश सरकार सभी तरह के माफियाओं के खिलाफ भले ही सख्त कार्रवाई करने के दावे कर रही हो. लेकिन सच्चाई यह है कि शासन और प्रशासन का कोई असर माफियाओं पर नहीं है. माफिया चाहे शराब के हो, चाहे नशे के हो, खनन माफिया या राशन माफिया हो सभी पर सरकार की कार्रवाई का कोई असर नजर नहीं आ रहा है. वहीं पीड़ितों को दफ्तरों के चक्कर काटकर अपने हक के लिए गुहार लगानी पड़ रही है.

Last Updated : Jan 28, 2021, 4:45 PM IST
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