मुरैना। चंबल से अवैध रेत उत्खनन के लगातार कई मामले सामने आ रहे हैं. रेत माफिया के हौसले इतने बुलंद हैं कि, वो ना तो वन विभाग से डरते हैं और ना ही पुलिस से, यहां तक कि, कई जगहों पर स्थानीय थानों पर भी आरोप लगते हैं कि, इनके के संरक्षण में ही रेत उत्खनन किया जा रहा है. ऐसे ही एक मामले में वन विभाग की टीम जब अवैध रेत पर कार्रवाई करने पहुंची, तो रेत माफिया के लोगों ने वन विभाग की टीम के साथ मारपीट करके ट्रैक्टर छुड़ा लिया.
इस मामले को लेकर वन विभाग की तरफ से पोरसा थाने में एफआइआर दर्ज कराई गई है. चंबल ऐसा पहला मामला नहीं है कि, जब रेत माफिया पुलिस वन विभाग की टीम पर हमला कर रेत वाहन को छुड़ाकर ले गए हों. सबसे बड़ा सवाल यही है कि, जिस तरीके से नगरा और महुआ थाना क्षेत्र के घाटों से चंबल में अवैध उत्खनन हो रहा है, उस पर रोक कैसे लगेगी ? जानकारों की मानें तो, इसमें पुलिस की लापरवाही के साथ-साथ पुलिस अधिकारियों द्वारा माफियाओं का साथ देना भी एक कारण है. स्थानीय स्तर पर पुलिस के संरक्षण से ही रेत माफिया खुलेआम रेत का अवैध उत्खनन कर रहे हैं.