मुरैना। पाकिस्तान से एक बार फिर टिड्डी दल आफत बनकर आई है. जो मुरैना और उसके आसपास के क्षेत्रों में आतंक मचा रहा है. किसानों को भयभीत करने वाले टिड्डी दल को भगाने के लिए लोग तरह-तरह के जतन कर रहे हैं. कुछ दिनों पहले ही मुरैना समेत ग्रामीण इलाके में टिड्डियों का दल पहुंचा है. जहां ये टिड्डी दल आधे घंटे के पड़ाव में ही बड़ा नुकसान कर देता है. इस पर केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने पाकिस्तान के रास्ते भारत में आये टिड्डी दल को लेकर बड़ा बयान दिया है.
नरेंद्र सिंह तोमर ने ईटीवी भारत से कहा कि टिड्डी दल के आने की सरकार को पहले से ही जानकारी थी और सरकार इसे लेकर अलर्ट भी थी, लेकिन लॉकडाउन के कारण बचाव की तैयारियां पूरी नहीं हो सकी. जो बड़ी मशीनें हेलीकॉप्टर से दवा छिड़कने के लिए वाले आनी थी, वो कोरोना संक्रमण के चलते कारण भारत नहीं पहुंच पाईं. हालांकि मैदानी स्तर पर राज्य सरकारों के साथ समन्वय बनाकर हमने पूरी तैयारी की है और स्थानीय प्रशासन टिड्डी दल से बचाव के लिए लगातार काम कर रहा है.
अपने संसदीय क्षेत्र मुरैना पहुंचे केंद्रीय कृषि मंत्री ने 20 लाख करोड़ के राहत पैकेज पर कहा कि सरकार ने हर वर्ग का ध्यान रखते हुए घोषणा की है. ताकि किसी को भी आर्थिक परेशानियों का सामना न करना पड़े और व्यवसायिक गतिविधियां भी पटरी पर चलती रहें. इस दौरान मंत्री ने कहा कि तीन माह तक बैंकों की ऋण की किश्त आगे बढ़ाने की बात कहीं, लेकिन इस तीन महीने के दौरान बैंकों के बढ़ते ब्याज की छूट और राहत संबंधी किसी भी बात का जवाब नहीं दिया.
मंत्री ने कहा कि भारत सरकार के पास पाकिस्तान की ओर से बड़ी संख्या में टिड्डी दल के आने की जानकारी थी. इसके लिए कुछ राज्यों में अलर्ट घोषित किया गया था और उसके बचाव को लेकर उच्च स्तरीय बैठक भी की गई थी. अभी दवा के छिड़काव के लिए बड़ी-बड़ी मशीनों की जरूरत है और इसके लिए तैयारियां भी शुरू कर दी थी, राज्य सरकारों के साथ भी समन्वय बनाया गया था. कुछ हॉलिकॉप्टर विदेशों से मंगाने के लिए भी ऑर्डर किए गए थे, लॉकडाउन हो जाने के कारण हेलीकॉप्टर समय से भारत नही पहुंच पाए, इसलिए नियंत्रण में थोड़ी सी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन जिला स्तर पर राज्य सरकारों ने दोगुने कर्मचारियों को तैनात कर टिड्डी दल के नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाए हैं और जल्द इससे निजात मिलेगी.