मुरैना। पोरसा में शुक्रवार को कोरोना कर्फ्यू के दौरान, बैंक जा रही चार लड़कियों से पोरसा तहसीलदार ने उठक बैठक लगवाएं. जिसका एक वीडियो भी सामने आया है. जिस अधिकारी ने मामा की भांजियों से उठक बैठक लगवाएं हैं, वो पोरसा के नायब तहसीलदार राजकुमार नागौरिया बताए जा रहे हैं.
तहसीलदार ने भांजियों से लगवाई उठक-बैठक
कोरोना कर्फ्यू में अधिकारी बाजारों में हालात जानने निकले. बताया जा रहा है कि पोरसा तहसील में शुक्रवार की दोपहर तहसीलदार राजकुमार नागौरिया सब्जी मंडी रोड पर भ्रमण कर रहे थे. तभी उनको चार लड़कियां आती हुआ दिखाई दी. तहसीलदार ने उन लड़कियों को रोककर जब उनसे पूछा कि वह घर से बाहर क्यों निकली है, तो लड़कियों ने जवाब दिया कि एक सहेली बैंक से रुपए निकालने जा रही है.
![Have four girls get a sit down meeting](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/mp-mor-05a-video-viral-pkg-10021_07052021223528_0705f_1620407128_855.jpg)
'चरमराती हालत के लिए निजीकरण जिम्मेदार, गरीब के पास नहीं बचा कोई विकल्प'
जुर्माना नहीं तो उठक बैठक
तहसीलदार ने उन लड़कियों से कहा कि आप लोगों ने जनता कर्फ्यू का उल्लंघन किया है. इसलिए 100-100 रुपए जुर्माना देना पड़ेगा. तहसीलदार की बात सुनकर लड़कियों ने कहा कि हमारे पास तो रुपए ही नहीं है. उसके बाद तहसीलदार ने उन लड़कियों से कहा तुम्हारे पास रुपए नहीं है तो तुम उठक बैठक लगाओं. ये बात सुनकर लड़कियां सहम गई और उन्होंने मजबूरन उठक बैठक लगाना पड़े. इस दौरान वहां आसपास के लोगों ने सीएम शिवराज सिंह चौहान (मामा) की भांजियों से उठक बैठक लगाने वाली घटना अपने मोबाइल से वीडियो में कैद कर ली.
![Have four girls get a sit down meeting](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/mp-mor-05a-video-viral-pkg-10021_07052021223528_0705f_1620407128_59.jpg)
कार्रवाई होगी या नही?
लड़कियों से उठक बैठक वाले मामले में पोरसा तहसीलदार राजकुमार नागौरिया से फोन पर बात कि तो तहसीलदार ने कहा कि ऐसी कोई कार्रवाई नहीं की है. इस वीडियो को देखकर लोगों का कहना है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, अपने शासकीय कार्यक्रमों के शुभारंभ से पूर्व में अधिकारियों से कन्या पूजन कराते हैं. लेकिन दूसरी तरफ पोरसा तहसील का उठक बैठक लगवाने वाला ये वीडियो शर्मशार कर रहा है. अब देखना यह होगा कि मामा की भांजियों से उठक बैठक लगवाने वाले अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई होती है या नहीं.