मुरैना। सिविल लाइन थाना क्षेत्र के भागीरथपुरा गांव में प्रशासन और पुलिस की मुस्तैदी के चलते एक नाबालिग लड़की की शादी रोकी जा सकी. साथ ही महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी ने पंचनामा बनाकर परिजनों का बयान दर्ज कर लिया है.
दरअसल, भागीरथपुरा गांव निवासी दशरथ गोस्वामी पेशे से मजदूर है. आर्थिक हालत खराब होने और शराब की लत के चलते परिजनों ने नाबालिग लड़की की शादी उत्तर प्रदेश के आगरा के पास खैरागढ़ निवासी ज्यादा उम्र के लड़के से तय कर दी. जिसकी सूचना पुलिस को मिल गयी, जिसके बाद सिविल लाइन पुलिस महिला एवं बाल विकास अधिकारी को साथ लेकर गांव में जा धमकी और नाबालिग की शादी रुकवा दी.
बता दें कि जब पुलिस गांव पहुंची तो सभी बाराती फरार हो गए और परिजनों ने अंधेरा कर नाबालिग लड़की को गायब कर दिया. पुलिस व महिला एवं बाल विकास अधिकारी के काफी समझाने के बाद परिजन लड़की को दो घंटे बाद सामने लेकर आये. अपूर्वा चौधरी ने नाबालिग लड़की का बयान दर्ज किया और पंचनामा बनाकर शादी रुकवाई गई. लड़की के परिजनों पर कोई भी कागजात नहीं होने पर लड़की की उम्र का पता लगाने के लिए मेडिकल कराया जाएगा.