मुरैना। अपनी समस्या लेकर कलेक्टर कार्यालय में जनसुनवाई में आना एक बेरोजगार युवक को महंगा पड़ गया. युवक ने जैसे ही आप भी थी कलेक्टर को सुनाई कलेक्टर ने उसकी मदद तो नहीं की, बल्कि तत्काल उसे पुलिस बुलाकर हवालात भेज दिया. दरअसल बेरोजगार युवक ने ने कलेक्टर के सामने कहा कि मुझे सरकारी योजनाओं के तहत मदद नहीं मिली तो मैं आत्मदाह कर लूंगा इसे सुनते ही कलेक्टर ने तत्काल पुलिस को फोन कर उसे हवालात भेज दिया.
अपनी समस्या लेकर जनसुनवाई में कलेक्टर कार्यालय आना एक युवक को महंगा पड़ा, युवक भ्रष्ट प्रशासनिक तंत्र से दुखी था वह लंबे समय से रोजगार के लिए सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत आवेदन कर सरकारी मदद चाहता था लेकिन उसे कहीं से कोई उम्मीद ना मिली तो हार थक कर कलेक्टर कार्यालय मैं आयोजित समस्या निवारण बिरयानी की जनसुनवाई में पहुंचा और उसने कलेक्टर को अपनी आपबीती सुनाई युवक विकास आर्य सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगा लगा कर इतना हताश हो गया कि उसने आप करने का निर्णय लिया कलेक्टर के सामने रखी और कहा कि अगर मुझे जल्दी कोई रोजगार अथवा मदद ना मिली तो मैं कर लूंगा यह बात सुनते ही कलेक्टर ने उसकी समस्या जानना और समस्या का निदान करना तो उचित नहीं समझा बल्कि उसे तत्काल पुलिस बुलाकर हवालात भेजने के लिए पुलिस के सुपुर्द कर दिया.
शिक्षित बेरोजगार युवक विकास आर्य लंबे समय से बीमारी से त्रस्त है और कुछ ही समय पहले बीमारी के कारण उसके भाई का निधन हो गया और आर्थिक रूप से बहुत परेशान है उसका परिवार भी परेशानियों के दौर से गुजर रहा है ऐसी स्थिति में रोजगार की तलाश में हुआ सरकारी योजनाओं की मदद लेकर अपने परिवार का और स्वयं का भरण पोषण करना चाहता था लेकिन सरकारी कार्यालयों से चक्कर लगाने के बाद भी उसे निराशा ही हाथ लगी अंततः उसने जनसुनवाई में आकर कलेक्टर से आखरी उम्मीद लगाने की कोशिश की । कलेक्टर ने उसकी समस्या को गंभीरता से लेने के बजाय आनन फानन में पुलिस के हवाले कर थाने भेज दिया.