मुरैना। जिले में जहरीली शराब के चलते 25 लोगों की मौत हो चुकी है. मामले में अब जमकर सियासत हो रही है. कांग्रेस लगातार शिवराज सरकार पर निशाना साधा रही है. इसी बीच पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने मामले में सीबीआई जांच की मांग की है.
'शासन-प्रशासन के संरक्षण में चल रहा अवैध कारोबार'
पीसी शर्मा ने कहा है कि मुरैना जिले के छैरा गांव में इतने बड़े स्तर पर अवैध शराब का निर्माण किया जा रहा है. जुए का फड़ लगता है. जिसमें नोएडा तक से लोग लाखों का जुआ खेलने के लिए आते हैं. ऐसे में बिना प्रशासन और शासन की सहमति के ये नहीं हो सकता. इसलिए इस पूरे मामले की जांच सीबीआई के द्वारा होनी चाहिए.
सीएम शिवराज पर साधा निशाना
पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने सीएम शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री माफियाओं को गाड़ देने की बात कहते हैं. अगर ऐसा होता तो मुरैना जिले में 25 लोगों की मौत नहीं होती. जहरीली शराब कांड की जांच अगर सीबीआई से होती है,तो बड़ा खुलासा हो सकता है.
'मामले को दबाने में लगा प्रशासन'
उन्होंने कहा कि शिवराज की सरकार अगर उज्जैन और रतलाम के बाद कड़े कदम उठा लेती तो, मुरैना में इस ये घटना नहीं होती. उनका आरोप है कि प्रशासन शराब कांड की जांच के नाम पर लीपापोती कर रहा है.
'पीड़ित परिवारों को मिले 20-20 लाख का मुआवजा और सरकारी नौकरी'
पूर्व मंत्री ने कहा कि जहरीली शराब की वजह से 25 परिवारों की जिंदगी बर्बाद हो गई है. लिहाजा हम मांग करते हैं कि राज्य सरकार प्रत्येक पीड़ित परिवार को 20-20 लाख रूपए का मुआवजा दे. साथ ही परिवार के एक सदस्य को नौकरी भी दी जाए. इसके अलावा दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो.