मुरैना। प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने अभी तक पूरे किसानों का कर्जा माफ नहीं किया है, जिले के 74 हजार ऋणी किसानों में से सिर्फ 30 हजार किसानों का ही कर्ज माफ हो सका है. बाकी किसान आज भी बैंकों के ऋण वसूली के दवाब से परेशान है, और सभी नेता और अधिकारी किसानों को सिर्फ आश्वासन देकर टाल रहे है.
विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में यह वादा किया था कि अगर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी तो प्रदेश के सभी किसानों का ऋण माफ किया जाएगा, लेकिन सरकार बनने के बाद कमलनाथ सरकार किसानों के ऋण की सीमा दो लाख तक कर दी है. वहीं अब तक किसानों के खाद और बीज के छोटे-छोटे रकम भी माफ नहीं हो सकी है.
किसानों ने सहकारी बैंक सहित सरकारी बैंकों से खाद-बीज के लिए ऋण लिया था. जिसे कांग्रेस सरकार के वादे के अनुसार जमा नहीं किया गया है, क्योंकि सरकार ने एक माह में ऋण माफ करने का वादा किया था. लेकिन जिले के सरकारी आंकड़े सिर्फ 30 हजार किसानों के ऋण माफ करने की बात कर रहे है. वहीं जिले में दो लाख तक के ऋण लेने वाले किसानों की संख्या 74 हजार है.