मुरैना। बीते दिनों राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल पारित होते ही पूरा देश जश्न में डूब गया. संघ विचारक राधेश्याम गुप्ता ने मुरैना में कहा कि एक ध्वज और एक संविधान की विचारधारा को लेकर पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जो बलिदान दिया था, वो 5 अगस्त को सार्थक हो गया. अब कश्मीर से कन्याकुमारी तक देश एक है.
आरएसएस विचारक राधेश्याम गुप्ता ने इटीवी भारत को बताया कि सही मायने में अब कश्मीर और घाटी विकास और शांति के राह पर चलेगी. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि यरूशलम में लोग 2000 साल तक अपने उद्देश्य को लेकर रोज ध्वज प्रणाम करते थे, ठीक उसी तरह पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान को याद करते हुए संघ और जनसंघ ने अपने उद्देश्य के लिए निरंतर काम किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने जो निर्णय लिया है, वह देश की अखंडता के लिए आवश्यक था.