मुरैना। महापौर शारदा सोलंकी मंगलवार को नगर निगम के अधिकारियों को लेकर शहर में निकली और हाल ही बनी सड़कों का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उन्हें सड़क बेहद घटिया क्वालिटी की देखने को मिली. इससे नाराज महापौर ने कहा कि शहर के तीन-चार प्रमुख मार्गों पर नगर निगम के अधिकारियों द्वारा सड़क निर्माण के लिए दिए गए टेंडर में भारी लापरवाही बरती गई है. सड़क निर्माण घटिया क्वालिटी का किया गया है.
सड़क बनाने में कमीशनखोरी : सड़कों के निरीक्षण के दौरान महापौर शारदा राजेंद्र सोलंकी ने कहा कि मुरैना शहर की सड़कों को बने एक महीने भी नहीं हुआ और पैरों से कुरेदने पर ही इनका डामर के नीचे से गिट्टियां निकल रहीं हैं. कुछ तो शर्म करो भैय्या, यह जनता का पैसा है, इसे ऐसे तो बर्बाद मत करो. नगर निगम के अधिकारी-कर्मचारी पूरी तरह भ्रष्टाचार के आकंठ डूब गए हैं. कमीशनखोरी के लिए घटिया निर्माण कार्य करा रहे और जनता के पैसे को लूटने में लगे हुए हैं.
डामर हटाते ही निकली गिट्टियां : महापौर शारदा राजेंद्र सोलंकी जब गर्ल्स कॉलेज रोड पर पहुंचीं तो यहां आधा दर्जन जगह गड्ढे दिखे. यहां आधी सड़क पर डामरीकरण हो चुका है, जबकि आधी सड़क पर पानी की लाइन बिछाने की वजह से निर्माण रोक दिया गया है. महापौर ने यहां निगम इंजीनियर को गड्ढे दिखाते हुए कहा कि आप खुद ही देख लीजिए. यह सड़क कितने दिन चलेगी. इसके बाद महापौर सीधे सिग्नल बस्ती में पहुंची, जहां एक महीने पहले ही डामर की रोड बिछाई गई है. महापौर ने सड़क को जैसे ही पैर व लकड़ी से कुरेदा तो डामर के नीचे से गिट्टियां बाहर निकल आईं. महापौर ने इंजीनियर को मौके पर ही सड़क के हालात दिखाते हुए कहा कि जब ठेकेदार सड़क़ डाल रहा था, तब आप कहां थे.
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पिछले माह भी किया था निरीक्षण : बता दें कि महापौर शारदा राजेंद्र सोलंकी एक महीने पहले भी नेहरू पार्क से अजाक थाने तक, गोपीनाथ की पुलिया से सिग्नल बस्ती तक और गणेशपुरा की पुलिया से कब्रिस्तान तक बिछाई गई डामर की सड़कों की गुणवत्ता जांचने के लिए पहुंची थीं. जिसमें डामर दिखाई नहीं दे रहा एवं घटिया क्वालिटी का डामर उपयोग किया गया. पैर रखते ही सड़क टूट रही है. गर्ल्स कॉलेज के ठीक सामने तो सड़क निर्माण देखकर ऐसा लगता है कि केवल खानापूर्ति की गई है.