मुरैना। शनिवार को गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा मुरैना पहुंचे. इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं ने खूब बवाल काटा. कार्यकर्ताओं की अनुशासनहीनता से गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा काफी नाराज हो गए. कार्यकर्ताओं के हुड़दंग से नाराज गृह मंत्री कार्यक्रम के मंच से उतरकर अपनी गाड़ी में सवार होकर काफिले के साथ पूर्व मंत्री के घर पहुंच गए. मुरैना में तीन अलग-अलग जगह कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद वे सड़क मार्ग से ग्वालियर के लिए रवाना हो गए.
बड़ी संख्या में पहुंचे बीजेपी कार्यकर्ता : गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा शनिवार सुबह मुरैना के जौरा रोड स्थित एक होटल का शुभारंभ करने के लिए अल्प प्रवास पर आये. वह सड़क मार्ग से पहले सरकारी रेस्ट हाउस पहुंचे. गृह मंत्री के मुरैना आगमन की सूचना लगते ही हजारों की संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता उनसे मुलाकात करने रेस्ट हाउस पहुंच गए. यहां पर कार्यकर्ताओं की भीड़ को देखते हुए सुरक्षाकर्मियों ने हॉल के गेट बंद कर दिए. इसके बाद सुरक्षाकर्मी एक-एक कर कार्यकर्ताओ से मिलने के लिए कहने लगे, लेकिन कार्यकर्ताओ ने उनकी बात पर गौर नहीं किया.
गृह मंत्री से मिलने के लिए बेकाबू : कार्यकर्ता गृह मंत्री से जल्दी मिलने के चक्कर मे बेकाबू होने लगे. कार्यकर्ताओ की भीड़ ने रेस्ट हाउस के हॉल के गेट के शीशे तोड़ दिए. गेट पर मौजूद सिटी कोतवाली थाने में पदस्थ सब इंस्पेक्टर बलवीर सिंह के हाथ में हल्की चोट आई है. इस दौरान कुछ कार्यकर्ता अंदर गृह मंत्री का स्वागत कर रहे थे. इसके बाद गृह मंत्री उसी दरवाजे से निकलकर अपने काफिले के साथ जौरा रोड पर स्थित एक होटल का उद्घाटन करने पहुंचे. गृह मंत्री के साथ पूर्व मंत्री एदल सिंह कंषाना व पूर्व विधायक रघुराज कंषाना भी काफिले में चल रहे थे.
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मंच पर चढ़ी कार्यकर्ताओं की भीड़ : होटल के उद्घाटन के दौरान संचालक ने गृह मंत्री के स्वागत में एक कार्यक्रम का आयोजन किया. होटल का फीता काटने के बाद गृह मंत्री जैसे ही मंच पर पहुंचे तो कार्यकर्ताओ की भीड़ भी उनके साथ मंच पर चढ़ गई. इस दौरान कार्यक्रम संचालन समिति के लोग बार-बार कार्यकर्ताओ से मंच से नीचे उतरने की बात कहते हुए व्यवस्था बनाये रखने की अपील करते रहे. लेकिन कार्यकर्ताओ की भीड़ पर इसका कोई असर नहीं हुआ. इससे नाराज गृह मंत्री मंच से उतरकर अपनी गाड़ी में सवार होकर सीधे शहर की केशव कॉलोनी में एक समाजसेवी के घर पर पहुंचे. यहां पर थोड़ी देर रुकने के बाद वे अपने एक और समर्थक के घर पर पहुंचे. गृह मंत्री एक घंटे से अधिक तक मुरैना में रहे. इस दौरान उन्होंने मीडिया से दूरी बनाए रखी. इस पूरे घटनाक्रम को लेकर कुछ लोगों का कहना है कि नई व पुरानी भाजपा के चक्कर में अनुशासन तार-तार हो गया.