मुरैना। जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आती जा रही है. आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति शुरू हो गई है. कांग्रेस विधायक बैजनाथ कुशवाह ने एक बयान जारी कर चंबल की राजनीति में खलबली मचा दी है. कांग्रेस विधायक का आरोप है कि "पूर्व मंत्री एदल सिंह कंषाना कुछ जनप्रतिनिधियों को साथ लेकर कांग्रेस में आने को आतुर हैं." कांग्रेस विधायक के आरोप पर पलटवार करते हुए पूर्व मंत्री एदल सिंह कंषाना ने कहा है कि, "विधायक यह साबित कर दे तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा." कांग्रेस में जाने की बात दो दूर, मुझे फांसी हो रही होगी तब भी मदद के लिए, मैं किसी कांग्रेस नेता के पास नहीं जाऊंगा."
कांग्रेस विधायक का दावा: सबलगढ़ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक बैजनाथ कुशवाह ने हाल ही में एक बयान जारी किया है. इस बयान में कांग्रेस विधायक ने पूर्व मंत्री एदल सिंह कंषाना पर आरोप लगाते हुए कहा है कि, "सत्ता के लालच में कांग्रेस के ही कुछ विधायकों ने विभीषण की भूमिका निभाते हुए कांग्रेस की सरकार गिरा दी. इनमें पूर्व मंत्री एदल सिंह कंषाना भी शामिल है. आगामी विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत से कांग्रेस की सरकार बन रही है. इसलिए कांग्रेस से आयात होकर गए, इन विधायकों को सिर्फ एक ही दुख सता रहा है कि, अब उनका क्या होगा? इसी बात से डरकर पूर्व मंत्री एदल सिंह कंषाना अपने साथ कुछ विधायकों को लेकर पुनः कांग्रेस में शामिल होने के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ व दिग्विजय सिंह के चक्कर लगा रहे है."
एंदल सिंह कंषाना का पलटवार: कांग्रेस विधायक के बयान पर पलटवार करते हुए पूर्व मंत्री एदल सिंह कंषाना ने कहा है कि, "कांग्रेस विधायक शायद मेरे बारे में कुछ जानते नहीं है. मुझे पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ही कांग्रेस में लेकर गए थे. पिछले पिछले विधानसभा चुनाव में उन्होंने मंत्री मंडल में जगह न देकर मेरे साथ धोखा किया था. इसलिए कांग्रेस में जाने की बात तो दूर, यदि मुझे फांसी की सजा भी हो रही होगी, तब भी मदद के लिए में दिग्विजय सिंह या कमलनाथ के पास नहीं जाऊंगा. सचिन पायलट से में क्या बात करूंगा, वे तो बेचारे खुद परेशानी में हैं. कांग्रेस पार्टी में वे फुटबाल बने हुए हैं. उनकी जितनी दुर्गति हो रही है, उसे देखकर में उनको एक ही सलाह दूंगा कि तुरंत कांग्रेस छोड़ दें."
प्रचंड बहुमत से बनेगी बीजेपी की सरकार: इसके साथ ही पूर्व मंत्री कंषाना ने कहा कि "मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अच्छा निर्णय लिया था. इसके लिए मैं उनको धन्यवाद देता हूं. कांग्रेस में उनकी अनदेखी हुई तो, तुरंत पार्टी छोड़ दी. कंषाना ने कहा कि, जब से मैंने पार्टी छोड़ी है, कांग्रेस के किसी नेता के संपर्क में नहीं रहा. विधायक यह बात साबित कर दें तो मैं, राजनीति छोड़ दूंगा. रही बात सरकार की तो कांग्रेस किस दम पर मध्य प्रदेश में सरकार बनाने का दंभ भर रही है. पिछले 75 साल में उसने देश के लिए क्या किया. विकास की बात की जाए तो मोदी सरकार ने जो काम किये है, इसकी कोई गिनती नहीं है. चाहे सड़क, बिजली की बात की जाए या फिर गरीब कल्याण विकास की. केंद्र में मोदी व मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह की सरकार ने सबसे अधिक काम किया है. वर्ष 2018 के चुनाव में कमलनाथ ने किसानों से झूठ बोलकर सरकार बनाई थी. उन्होंने किसानों से वायदा किया था कि, सरकार बनते ही 10 दिन के अंदर पूरा कर्ज माफ कर देंगे. यदि ऐसा नहीं किया तो मुख्यमंत्री बदल देंगे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. कमलनाथ अपने वायदे से मुकर गए. उधर जनता का दवाब था, इसलिए हमने सरकार गिरा दी. आज मैं डंके की चोट से कहता हूं कि, हमने सरकार गिराई है. कमलनाथ सरकार काम नहीं कर रही थी, इसलिए जनता के दवाब में हमने यह काम किया. कंषाना ने दम भरते हुए कहा कि, आगामी विधानसभा चुनाव में मध्य प्रदेश में भाजपा की सिर्फ सरकार ही नहीं बनेगी, बल्कि प्रचंड बहुमत लेकर आयेगी.