मुरैना। जिले में आज रविवार को केंद्रीय मंत्री व दिमनी विधानसभा प्रत्याशी नरेंद्र सिंह तोमर की जनसंपर्क सभा में शामिल होने जा रहे भाजपा नेताओं के काफिले ने दो बाइक सवारों में टक्कर मार दी. इस दुर्घटना में पति पत्नी सहित 6 लोग घायल हुए हैं. घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना माता बसैया थाना क्षेत्र के जीगनी गांव के पास की बताई गई है. बाइक सवार दंपति करहधाम के लिए जा रहे थे. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
तोमर की सभा में शामिल होने जा रहे थे भाजपाई: जानकारी के अनुसार, रविवार को दिमनी विधानसभा के जीगनी गांव में केंद्रीय मंत्री व दिमनी विधानसभा प्रत्याशी नरेंद्र सिंह तोमर की जनसम्पर्क सभा का आयोजन किया गया था. बताते है कि, केंद्रीय मंत्री जनसंपर्क सभा में पहुंच चुके थे. उस सभा में शामिल होने के लिए मुरैना से बीजेपी नेताओं का काफिला जा रहा था. बीजेपी नेता एक दूसरे से आगे निकलने के चक्कर में अपनी-अपनी गाड़ियों को तेज रफ्तार से दौड़ा रहे थे. बीजेपी नेताओं की गाड़ियां सड़क पर फर्राटे भरते हुए जीगनी गांव के पास स्थित पानी की टंकी के पास से गुजर रही थी, तभी उन्होंने तेजी व लापरवाही से चलाते हुए सामने से आ रहे एक बाइक सवार में टक्कर मार दी.
उछलकर सड़क पर गिरे बाइक सवार: टक्कर लगते ही बाइक सवार उछलकर सड़क पर जा गिरे. इसी दौरान पीछे से आ रही एक और बाइक जाकर चार पहिया वाहन में भिड़ गई. दुर्घटना के बाद बीजेपी नेताओं के हाथ-पैर फूल गए. उन्होंने बिना समय गवाए घायलों को उठाकर अपनी कार में रखा और जिला अस्पताल लेकर पहुंचे. यहां पर घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाने के बाद चुपके से निकल गए. घायलों के नाम कीरतराम केवट (उम्र 35 साल) निवासी माता का पुरा, उसका 16 वर्षीय भतीजा अजय केवट, किरतराम का 6 साल का बेटा भुवनेश्वर केवट, पत्नी गुड्डी बाई केवट बताए गए हैं.
हादसे में 6 लोग घायल: वहीं, दूसरी बाइक पर सवारों के नाम लाखन सिंह उम्र 75 साल और रामवीर सिंह उम्र 40 साल निवासी सांगोली गांव है. दोनों घायल आपस में पिता-पुत्र हैं और गांव से मुरैना आ रहे थे. घायलों का जिला अस्पताल में उपचार किया जा रहा है. वहीं, माता बसैया थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है. जिला अस्पताल में घायल अजय केवट ने बताया कि ''हम लोग गांव से करहधाम जा रहे थे. तभी जिगनी गांव के पास भाजपा नेता नरेंद्र सिंह तोमर के काफिले की गाड़ी ने टक्कर मारी है, जिससे हम लोग घायल हुए हैं.'' उधर इस मामले में ASP डॉ अरविंद ठाकुर का कहना है कि ''एक्सीडेंट की सूचना मिली है संबंधित थाना प्रभारी को बोला है. रहा सवाल किस वाहन से एक्सीडेंट हुआ है उसकी जांच की जा रही है.''
अधिकारियों ने साथी चुप्पी: हादसे की जानकारी जब पुलिस अधिकारीयों को लगी तो माता बसैया थाना प्रभारी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने अपनी चुप्पी साध ली. कोई अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हुआ. इससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि विधानसभा चुनाव में भले ही आचार संहिता लगी हो, लेकिन कहीं न कहीं भाजपा नेताओं का पुलिस और प्रशासन पर दबाव है. जिसकी वजह से कोई अधिकारी बोलने को तैयार नहीं हो रहा है.