मुरैना। आम तौर पर जनता पुलिसकर्मियों पर कई आरोप-प्रत्यारोप लगाती रहती है, लेकिन सोमवार रात एक महिला पुलिसकर्मी की सेवा देख लोग उसकी प्रशंसा कर रहे हैं. दरअसल एक गर्भवती महिला डिलीवरी के लिए अपने घर से पैदल अस्पताल के लिए निकली थी. रात को वह बाजार में बीच सड़क पर दर्द से कराह रही थी, तभी वहां से गुजर रही एक महिला पुलिसकर्मी ने उसे अपने वाहन में बैठाकर अस्पताल पहुंचाया. ड्यूटी के साथ महिला पुलिसकर्मी की मानवता ने हर किसी का मन मोह लिया है.
रास्ते में दर्द से कराहती मिली प्रसूता: जानकारी के अनुसार आज रात मुरैना शहर के जीवाजी गंज स्थित अग्रसेन पार्क में श्री श्याम खाटू गुड़गान महोत्सव कार्यक्रम चल रहा था. इस कार्यक्रम में सुरक्षा की दृष्टि से पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी. इसमें महिला थाने में पदस्थ महिला आरक्षक रानी सिसोदिया की ड्यूटी भी लगी थी. कार्यक्रम खत्म होते ही रात 2 बजे के लगभग वह ड्यूटी से निकलकर स्कूटी पर सवार होकर ओवर ब्रिज पुल से अपने घर की ओर जा रही थी. तभी उसे एक प्रसूता दर्द से कराहती हुई दिखाई दी, जिसके साथ एक अन्य महिला भी थी.
स्कूटी से प्रसूता को लेकर पहुंची महिला पुलिसकर्मी: कोई साधन न मिलने के कारण महिला कुछ दूर चलकर रास्ते में बैठ जाती है. जब महिला आरक्षक ने पूरा मामला समझा तो उसे स्कूटी पर बैठाकर जिला चिकित्सालय पहुंची और वहां उसे तत्काल भर्ती कराया. बताया जाता है कि 10 मिनट बाद ही प्रसूता महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया और दोनों जच्चा-बच्चा स्वस्थ हैं. डॉक्टर का कहना था कि अगर महिला 10 मिनट लेट हो जाती तो कोई भी अनहोनी घटना हो सकती थी. गर्भवती महिला का नाम प्रीति धानुक पत्नी संतोष धानुक उम्र 40 साल निवासी तुससीपुरा बताया गया है.
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डॉक्टर ने भी महिला आरक्षक द्वारा दिखाई गई मानवता की जमकर तारीफ की. यह बात मीडिया तक पहुंची और मीडिया से पुलिस अधिकारियों तक. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अरविंद ठाकुर ने कहा है कि महिला आरक्षक का काम काफी सराहनीय और प्रशंसनीय है, उन्हें अवश्य प्रशंसा पत्र मिलना चाहिए.