मुरैना। जिला पुलिस को आज एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस व राजस्व विभाग के अधिकारियों ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को अरेस्ट कर फर्जी रजिस्ट्री करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. हालांकि मुख्य आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर है. पुलिस ने मौके से सब रजिस्ट्रार कार्यालय की पंजी सहित 40 फर्जी रजिस्ट्री, 20 सील व एक टाइप राइटर जब्त किया है. मामला कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित दीक्षित गली का है. पकड़े गए आरोपियों से पुलिस पूछताछ कर रही है. आरोपी पिछले एक दशक से इस काम में लिप्त है.
मुरैना पुलिस ने दी दबिश: जानकारी के अनुसार मुरैना तहसील कार्यालय में पिछले कुछ दिनों से शिकायतें मिल रही थी कि, फर्जी रजिस्ट्री के माध्यम से प्लॉटो का नामांतरण किया जा रहा है. तहसीलदार ने इन शिकायतों से जिला कलेक्टर को अवगत कराया. कलेक्टर के निर्देश पर आज तहसीलदार कुलदीप दुबे ने कोतवाली पुलिस को साथ लेकर बताए गए स्थान पर दबिश दी. दबिश के दौरान पुलिस ने दीक्षित गली में एक भदौरिया के मकान की घेराबंदी कर ली. इसके बाद मकान के अंदर घुसकर देखा तो एक कमरे में 4 लोग काम करते हुए मिले.
मुख्य आरोपी फरार: पुलिस ने उनको अपने कब्जे में लेने के बाद कमरे की तलाशी ली तो मौके से 40 फर्जी रजिस्ट्री, 20 सील, सब रजिस्ट्रार कार्यालय की वर्ष 2014 की पंजी व एक टाईप राईटर मिला. पुलिस ने बरामद माल को जब्त कर आरोपियों को अपने साथ थाने ले गई. यहां पर लॉकअप में उनसे सख्ती से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि, उनका मुखिया संजू उर्फ लक्ष्मी नारायण कुलश्रेष्ठ है. वे सब लोग तो इस काम में उसकी मदद करते हैं. संजू पुलिस की पकड़ से अभी बाहर है. तहसीलदार कुलदीप दुबे ने बताया कि, पिछले कुछ दिनों से शिकायतें मिल रही थी कि, फर्जी रजिस्ट्री के माध्यम से जमीन के नामांतरण किये जा रहे हैं.
इसकी पड़ताल की गई तो पता चला कि संजू कुलश्रेष्ठ नामक युवक यह काम कर रहा है. आज सुबह पुलिस को साथ लेकर रेड की गई. मुख्य आरोपी अभी फरार है. मौके से कूट रचित दस्तावेज के साथ अन्य सामान बरामद किया गया है.