ETV Bharat / state

मुरैना फैक्ट्री मामले में गुर्जर समाज के लोगों ने की महापंचायत, 5 सितंबर को करेंगे कलेक्ट्रेट का घेराव, प्रशासन पर लगाया आरोप

Morena Factory Incident News Update: मुरैना की एक फैक्ट्री में हुए हादसे से 5 मजदूरों की मौत के मामले में अब समाज के लोगों ने रोष व्यक्त किया है. समाज के लोगों ने इसको लेकर महापंचायत का आयोजन किया. इस दौरान कई तरह की रणनीति तैयार की गई. समाज के लोगों ने प्रशासन के सामने मामले में जल्द कार्रवाई करने और मांग पूरी होने की बात रखते हुए, प्रदर्शन करने की भी चेतावनी दी.

Morena Factory Incident
मुरैना साक्षी फैक्ट्री केस
author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Sep 3, 2023, 4:24 PM IST

Updated : Sep 3, 2023, 4:35 PM IST

मुरैना फैक्ट्री मामले में महापंचायत

मुरैना। जिले में साक्षी फूड फैक्ट्री में टेंक साफ करने उतरे पांच मजदूरों की जहरीली गैस रिसाव से हुई मौत को लेकर, अब गुर्जर समाज में रोष देखने को मिल रहा है. इस घटना के विरोध में फैक्ट्री के खिलाफ गुर्जर समाज ने आक्रोश व्याप्त किया. इसी सिलसिले में आज घुरैया बसई गाँव के सीताराम मंदिर पर सर्व समाज की एक महापंचायत हुई.

इसमें तय किया गया कि पुलिस प्रशासन से फैक्ट्री में हुए हादसे को लेकर कई तरह की मांग करेंगे. इसमें 5 सितंबर को सभी समाज के ग्वालियर से लेकर मुरैना तक के लोग एकत्रित होकर कलेक्ट्रेट का घेराव करेंगे. मांग पूरी नहीं होने पर 6 सितंबर को सीएम के आगमान पर उनका मुरैना में घेराव करने की चेतावनी भी समाज की तरफ से पंचायत के दौरान दी.

इस दौरान महापंचायत में घुरैया बसई टिकटोली सहित दो दर्जन गावों के करीब सभी जातियों के पांच सैकड़ा प्रमुख लोग मौजूद रहे.

पीड़ित परिवार को 50 लाख मुआवजा देने की मांग: बैठक में उपस्थित बीजेपी के मंडल उपाध्यक्ष सुमावली अनार सिंह कुशवाह कहा- "साक्षी फूड प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में फैक्ट्री संचालक की लापरवाही के कारण एक ही परिवार के तीन भाइयों सहित दो अन्य रिश्तेदारों की टैंक में उतरने और जहरीली गैस से मौत हो गई थी. इस मामले में प्रशासन द्वारा भारी लापरवाही बरती गई है गई है."

उन्होंने बताया, "जब पूर्व में उक्त फैक्ट्री के अंदर भैंस मौत का शिकार हुई तो मालिकों को एक-एक लाख रुपया मुआवजा दिया गया था, यह तो इंसान की मौत हुई है, उनकी कीमत क्या एक-एक लाख रुपये आंकी गई है, यह न्याय नहीं है.

ये भी पढ़ें...

Morena Factory Incident: मुरैना फैक्ट्री मामले में राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग ने लिया स्वत: संज्ञान, MP सरकार को भेजा नोटिस, 4 हफ्तों में मांगा जवाब

सर्व समाज की पंचायत में कहा गया है, "मृतक युवकों के परिवारों को 50-50 लाख रुपए की सहायता दी जाए, और हर परिवार के सदस्यों को नौकरी और पीएम आवास की सुविधा दी जाए. इसके अलावा घटना वाले दिन कोतवाली टीआई से बातचीत के दौरान मृतक युवकों के रिश्तेदारों की पिटाई की गई, इसलिए कोतवाली थाना प्रभारी को निलंबित किया जाए.

ये मांग रखीं पंचायत में
  • फैक्ट्री के सभी संचालकों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए.
  • मृतकों के परिवार को 50-50 लाख की सहायता राशि उपलब्ध कराई जाए.
  • मृतकों के आश्रितों को प्रतिमाह 30 हजार रुपए पेंशन दी जाए.
  • पीड़ित परिवार के लोगों को शासन द्वारा जमीन के पट्टे दिए जाए.
  • मृतक परिवारों को प्रधानमंत्री आवास दिए जाएं.
  • परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नोकरी दी जाए.
  • अवैधानिक कार्रवाई करने पर टीआई को निलंबित किया जाए.

समाज के सदस्य अनार सिंह ने बताया, "उक्त मांग पूर्ण नहीं होने पर ग्वालियर से लेकर मुरैना तक के लोग हजारों की संख्या में एकत्रित होंगे. 5 सितंबर को रेस्ट हाउस पर एकत्रित होने के बाद रैली निकालते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचेंगे, जहां अपनी मांग रखेंगे. मांग पूर्ण नहीं होने पर कलेक्ट्रेट का घेराव किया जाएगा और फिर भी सुनवाई नहीं की गई, तो 6 सितंबर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के मुरैना आगमन पर उनका घेराव किया जाएगा."

ये भी पढ़ें...

फैक्ट्री के सभी संचालकों पर हत्या का केस दर्ज हो: गुर्जर समाज की महापंचायत में सभी ने एक स्वर में कहा- "फैक्ट्री के जितने भी संचालक हैं, उन सभी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उनकी शीघ्र गिरफ्तारी की जाए. मृतक परिवारों को पर्याप्त सहायता न मिलने से समाज के लोग नाराज हैं.

फैक्ट्री संचालक की मदद करने का आरोप: समाज के लोगों ने पूरे मामले पर प्रशासन की कार्रवाई को जमकर कटघरे में रखा. मुरैना पंचायत में फैक्ट्री प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए. परिवार के लोगों का कहना है- "त्योहार के दिन हमारे लडक़ों को घर से लेकर गए थे, और वहां जाकर उनको मार डाला. घटना को 3 दिन बीत जाने के बाद भी आज तक फैक्टरी संचालक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है. शासन-प्रशासन की तरफ से फैक्ट्री संचालक की मदद की जा रही है"

मुरैना फैक्ट्री मामले में महापंचायत

मुरैना। जिले में साक्षी फूड फैक्ट्री में टेंक साफ करने उतरे पांच मजदूरों की जहरीली गैस रिसाव से हुई मौत को लेकर, अब गुर्जर समाज में रोष देखने को मिल रहा है. इस घटना के विरोध में फैक्ट्री के खिलाफ गुर्जर समाज ने आक्रोश व्याप्त किया. इसी सिलसिले में आज घुरैया बसई गाँव के सीताराम मंदिर पर सर्व समाज की एक महापंचायत हुई.

इसमें तय किया गया कि पुलिस प्रशासन से फैक्ट्री में हुए हादसे को लेकर कई तरह की मांग करेंगे. इसमें 5 सितंबर को सभी समाज के ग्वालियर से लेकर मुरैना तक के लोग एकत्रित होकर कलेक्ट्रेट का घेराव करेंगे. मांग पूरी नहीं होने पर 6 सितंबर को सीएम के आगमान पर उनका मुरैना में घेराव करने की चेतावनी भी समाज की तरफ से पंचायत के दौरान दी.

इस दौरान महापंचायत में घुरैया बसई टिकटोली सहित दो दर्जन गावों के करीब सभी जातियों के पांच सैकड़ा प्रमुख लोग मौजूद रहे.

पीड़ित परिवार को 50 लाख मुआवजा देने की मांग: बैठक में उपस्थित बीजेपी के मंडल उपाध्यक्ष सुमावली अनार सिंह कुशवाह कहा- "साक्षी फूड प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में फैक्ट्री संचालक की लापरवाही के कारण एक ही परिवार के तीन भाइयों सहित दो अन्य रिश्तेदारों की टैंक में उतरने और जहरीली गैस से मौत हो गई थी. इस मामले में प्रशासन द्वारा भारी लापरवाही बरती गई है गई है."

उन्होंने बताया, "जब पूर्व में उक्त फैक्ट्री के अंदर भैंस मौत का शिकार हुई तो मालिकों को एक-एक लाख रुपया मुआवजा दिया गया था, यह तो इंसान की मौत हुई है, उनकी कीमत क्या एक-एक लाख रुपये आंकी गई है, यह न्याय नहीं है.

ये भी पढ़ें...

Morena Factory Incident: मुरैना फैक्ट्री मामले में राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग ने लिया स्वत: संज्ञान, MP सरकार को भेजा नोटिस, 4 हफ्तों में मांगा जवाब

सर्व समाज की पंचायत में कहा गया है, "मृतक युवकों के परिवारों को 50-50 लाख रुपए की सहायता दी जाए, और हर परिवार के सदस्यों को नौकरी और पीएम आवास की सुविधा दी जाए. इसके अलावा घटना वाले दिन कोतवाली टीआई से बातचीत के दौरान मृतक युवकों के रिश्तेदारों की पिटाई की गई, इसलिए कोतवाली थाना प्रभारी को निलंबित किया जाए.

ये मांग रखीं पंचायत में
  • फैक्ट्री के सभी संचालकों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए.
  • मृतकों के परिवार को 50-50 लाख की सहायता राशि उपलब्ध कराई जाए.
  • मृतकों के आश्रितों को प्रतिमाह 30 हजार रुपए पेंशन दी जाए.
  • पीड़ित परिवार के लोगों को शासन द्वारा जमीन के पट्टे दिए जाए.
  • मृतक परिवारों को प्रधानमंत्री आवास दिए जाएं.
  • परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नोकरी दी जाए.
  • अवैधानिक कार्रवाई करने पर टीआई को निलंबित किया जाए.

समाज के सदस्य अनार सिंह ने बताया, "उक्त मांग पूर्ण नहीं होने पर ग्वालियर से लेकर मुरैना तक के लोग हजारों की संख्या में एकत्रित होंगे. 5 सितंबर को रेस्ट हाउस पर एकत्रित होने के बाद रैली निकालते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचेंगे, जहां अपनी मांग रखेंगे. मांग पूर्ण नहीं होने पर कलेक्ट्रेट का घेराव किया जाएगा और फिर भी सुनवाई नहीं की गई, तो 6 सितंबर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के मुरैना आगमन पर उनका घेराव किया जाएगा."

ये भी पढ़ें...

फैक्ट्री के सभी संचालकों पर हत्या का केस दर्ज हो: गुर्जर समाज की महापंचायत में सभी ने एक स्वर में कहा- "फैक्ट्री के जितने भी संचालक हैं, उन सभी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उनकी शीघ्र गिरफ्तारी की जाए. मृतक परिवारों को पर्याप्त सहायता न मिलने से समाज के लोग नाराज हैं.

फैक्ट्री संचालक की मदद करने का आरोप: समाज के लोगों ने पूरे मामले पर प्रशासन की कार्रवाई को जमकर कटघरे में रखा. मुरैना पंचायत में फैक्ट्री प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए. परिवार के लोगों का कहना है- "त्योहार के दिन हमारे लडक़ों को घर से लेकर गए थे, और वहां जाकर उनको मार डाला. घटना को 3 दिन बीत जाने के बाद भी आज तक फैक्टरी संचालक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है. शासन-प्रशासन की तरफ से फैक्ट्री संचालक की मदद की जा रही है"

Last Updated : Sep 3, 2023, 4:35 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.